25 को होगा मुख्य चिकित्सा कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन:दुर्गेश श्रीवास्तव
गाजीपुर। स्थानांतरण में लापरवाही को लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रांतीय आह्वान पर बुधवार को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद जनपद शाखा द्वारा प्रथम चरण आंदोलन के तहत काला फीता बांधकर कार्य करते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर जिलाध्यक्ष दुर्गेश श्रीवास्तव ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में स्थानांतरण नीति में घोर लापरवाही को लेकर 4 जुलाई महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग उत्तर प्रदेश लखनऊ पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जा चुका है और मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश को अवगत कराया गया था कि 19 जुलाई तक अगर गलत तरीके से किए गए स्थानांतरण को वापस नहीं किया जाता है तो 20 जुलाई से कर्मचारी आंदोलनरत होंगे। लेकिन परिषद के पत्र पर कोई विचार नहीं किया गया, जिससे प्रथम चरण के आंदोलन का शुरुआत करते हुए काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा प्रस्तर 5 व 12 के विपरीत जाकर मान्यता प्राप्त संगठनों के अध्यक्ष/मंत्री दिव्यांग दांपत्य नीति, गंभीर बीमारी से पीड़ित कर्मचारी व 2 वर्ष से कम सेवानिवृत्त होने वाले विभिन्न विभाग के पदों पर कार्यरत कर्मचारियों का नियम विरुद्ध स्थानांतरण किया गया है। काउंटर परिवर्तन एवं क्षेत्र परिवर्तन फील्ड में कार्यरत कर्मचारियों पर लागू होता है, जनपद के अधिकतम अधिकारियों द्वारा पटल परिवर्तन के नाम पर कर्मचारियों का स्थानांतरण व शोषण किया गया है। बहुत से कर्मचारियों का स्थानांतरण 50 से 100 किलो मीटर दूरी पर कर दिया गया है, जो बहुत ही गलत है। इसी के विरोध में आज 20 से 24 जुलाई तक काला फीता बांधकर कार्य करते हुए विरोध-प्रदर्शन करने को बाध्य होना पड़ा है। प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश के क्रम में 25 जुलाई को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जाएगा। और 26 से 30 जुलाई तक सभी स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों द्वारा दो घंटा कार्य बहिष्कार किया जाएगा। जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा। विरोध प्रदर्शन करने वालों में दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव, ओंकार नाथ पांडेय,अरविंद कुमार सिंह, राकेश पांडेय, आलोक राय, बालेंद्र त्रिपाठी, विनोद पांडेय, गोविंद, अभय सिंह, रामधनी, राजेश, रवि प्रकाश, अमित कुमार, इशांक सहित स्वास्थ्य केंद्र बिरनो, अंधऊ, मेदनीपुर, जमानिया, गाजीपुर, मुहम्मदाबाद, जंगीपुर, मरदह, महिला चिकित्सालय, मलेरिया विभाग के सभी कर्मचारी शामिल थे।