सौरभ राय से डा. सौरभ राय तक का सफ़र…..
गाज़ीपुर। सौरभ राय को मिली पीएचडी की उपाधि। सौरभ मूल रूप से गाजीपुर जिले के बीरपुर गांव के रहने वाले हैं । इनकी स्कूली शिक्षा वाराणसी के एक साधारण से विद्यालय से हाई स्कूल और इंटर की पढ़ाई करने के बाद काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया वहां से स्नातक उच्च श्रेणी में उत्तीर्ण होने के पश्चात सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय से आचार्य करने के पश्चात सौरभ राय ने अपनी सामाजिक सेवा भाव की जिम्मेदारियों का बखुबी निर्वाहन हुऐ सफलता पूर्वक पीएचडी पूरी की। आपको बता दें कि सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी द्वारा सौरभ राय को संस्कृत में पीएचडी की उपाधि दी गई। सौरभ ने प्राचिनराजशास्त्र अर्थशास्त्र विभाग से डा० दिनेश कुमार गर्ग के निर्देशन में “वाल्मीकि रामायणे राजतंत्र प्रजातंत्रयोस्वरूपानुशीलनम” विषय पर शोध किया। शोधकर्ता की माैखिक परीक्षा लालबहादुर शास्त्री संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली से आए व्याकरण विभाग के संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर जय कान्त सिंह शर्मा ने ली। वहीं डा आराधना देवी , सुनील चौधरी, शशी शेखर राय, अरविंद सिंह मुन्ना, सुधीर सिंह संगम, विपीन सिंह, विष्णु शाही,विनय मिश्र लोग मौजूद रहे।





