खनन माफियाओं पर डीएम सख्त

गाजीपुर। जिलाधिकारी एम पी सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को कर-करेत्तर एंव मासिक स्टाफ बैठक जिला पंचायत सभागार में सम्पन्न हुआ। बैठक में जिलाधिकारी ने चकबन्दी, व्यापार कर, विद्युत देय, आबकारी, परिवहन, वन विभाग, स्टाम्प, नगर पालिका, आडिट आपत्ति, अंश निर्धारण, आईजीआरएस, मोटर देय, काउण्डर फाईल के सम्बन्ध  विस्तारपूर्वक समीक्षा की। बैठक मे समीक्षा के दौरान वन विभाग, विद्युत वितरण खण्ड चतुर्थ, नगर पालिका परिषद जमानियां तथा नगर पंचायत जंगीपुर में सबसे कम वसूली तथा रैकिंग में फिसड्डी होने पर फटकार लगाते हुए लक्ष्य के सापेक्ष वसूली का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त वाणिज्य कर में 68 प्रतिशत, स्टाम्प देय 85 प्रतिशत, आबकारी 81 प्रतिशत वसूली जो लक्ष्य कम रहा है जिसमें प्रगति लाने का निर्देश दिया। उन्होने खनन अधिकारी को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि गंगा नदी में बाढ स्थिति कम हुई है ऐसे में खनन माफिया सक्रिय होगे इस पर पैनी नजर रखते हुए किसी भी दशा में अवैध खनन न होने दिया जाये। आबकारी अधिकारी अवैध एंव नकली शराब बिक्री पर नजर बनाये रखे तथा किसी भी दशा में अवैध शराब की तस्करी/ बिक्री न होने दिया जाये। उन्होने कहा कि  यदि जनपद में कही किसी भी व्यक्ति की मृत्यु जहरीली शराब के कारण होती है तो सम्बन्धित अधिकारी स्वयं जिम्मेदार होगे।  जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों का आह्वान करते हुए उन्हें निर्देश दिया कि राजस्व प्राप्ति के संबंध में जो विभाग कार्य कर रहे हैं उनके द्वारा अपने-अपने लक्ष्य को प्रत्येक माह उसे पूर्ण कर अंतिम रूप प्रदान किया जाए ताकि सभी विभागों में राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य पूर्ण किए जा सकें। उन्होने कम राजस्व वसूली  वाले विभागो के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को अपने लक्ष्य के प्रति प्रत्येक माह कार्य योजना बनाकर मूर्त रूप प्रदान किया जाये। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही एवं शिथिलता क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने स्पष्ट किया है कि जिन विभागीय अधिकारियों के द्वारा अपने राजस्व लक्ष्यों की प्राप्ति नहीं की जाएगी उनके विरुद्ध कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी। जिसकी जिम्मेदारी स्वयं संबंधित विभागीय अधिकारी की होंगे। इसके उपरांत जिलाधिकारी ने मासिक स्टाफ बैठक में राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ ली। बैठक में लंबित प्रकरण एवं विवादित प्रकरण,  दाखिल खारिज , विवादित वादो का निस्तारण करने को कहा। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि समस्त अधिकारी राजस्व वसूली का कार्य सर्वाेच्च प्राथमिकता के आधार पर करते हुए डिमांड के अनुसार वसूली सुनिश्चित करे। उन्होंने राजस्व वादों के निस्तारण में समीक्षा करते हुए राजस्व वादों के निस्तारण के संबंध में सभी पीठासीन अधिकारियों द्वारा शिकायतो का निस्तारण गुण एवं दोष के आधार पर कार्रवाई करते हुए सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारी, तहसीलदार एवं अन्य संबंधित राजस्व अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि राजस्व कार्यों में सभी अधिकारियों द्वारा सरकार की मंशा के अनुरूप चलाए जा रहे प्रत्येक कार्यक्रम में तत्परता दिखाते हुए कार्यों का संपादन किया जाना सुनिश्चित करें ताकि सरकार की राजस्व योजनाओं का लाभ जन सामान्य को आसानी के साथ प्राप्त हो सके। बैठक में अपर जिलाधिकारी वि0रा0 अरूण कुमार सिंह, मुख्य राजस्व अधिकारी सुशील लाल श्रीवास्तव, अपर उपजिलाधिकारी, समस्त उपजिलाधिकारी तहसीलदार एवं सम्बन्धित अधिकारी एंव पटल सहायक उपस्थित थें।

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