बटन दबाते ही विशालकाय पुतले का हुआ दहन

गाजीपुर। अतिप्रचीन रामलीला कमेटी हरिशंकरी के तत्वावधान में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी असत्य पर सत्य की विजय का पर्व विजय दशमी पर रामलीला के 15 वे दिन श्रीराम रावण युद्ध तथा रावण दहन के लीला का मंचन किया गया। रावण दहन के मौके पर रामलीला लंका मैदान में बतौर मुख्य अतिथि जिलाधिकारी आर्यका अखौरी और पुलिस अधीक्षक रोहन प्रमोद बोत्रे का पुष्प गुच्छ देकर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष प्रकाश चंद श्रीवास्तव और मंत्री ओमप्रकाश तिवारी “बच्चा” ने स्वागत किया। वही रूपल अग्रवाल ने मुख्य अतिथि द्वय को बैज लगाकर अभिनंदन किया। इस दौरान एडीएम सदर और एसपी सिटी समेत तमाम अफसर मौजूद रहे। मुख्य अतिथि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने इलेक्ट्रिक बटन दबाकर रावण के विशालकाय पुतले का दहन किया।

लीला के दौरान बताते चले कि श्रीराम अपनी बानरी सेनाओं के साथ लंका पर चढाई करते है। जब लंकापति रावण को पता चलता है कि श्रीराम लंका में प्रवेश कर चुके है तो वह अपने चतुरंगिणी सेना के साथ युद्धभूमि में जाकर श्रीराम को युद्ध के लए ललकारता है, श्रीराम रावण को एक मौका देते हुए कहते है कि महराज रावण सीता को वापस करके हमारे शरण में आ जाओं आपकी नगरी सुरक्षित रहेगी। श्रीराम की आज्ञा की अवहेलना करते हुए रावण युद्ध के लिए ललकारता है। अंत में श्रीराम रावण में युद्ध छिड़ जाता है। श्रीराम की बानरी सेनाओं द्वारा राक्षसों को मार गिराया जाता है। श्रीराम द्वारा रावण पर 31 बाणों का प्रहार किया जाता है बावजूद रावण पर 31 बाणों का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। रावण का छोटा भाई विभिषण ने बताया कि हे श्रीराम, मेरे भाई रावण के नाभि में अमृत है। अतः इसके नाभि में अग्निवाण प्रहार करे। विभिषण के अनुसार राम ने रावण के नाभि में बाण छोड़कर रावण का वध कर दिया। इसके बाद डीएम एसपी द्वारा शाम 8 बजे रीमोट द्वारा रावण का दहन किया गया।

लीला के अन्त में कमेटी के मंत्री ओम प्रकाश तिवारी ने सभी अतिथियों और जनता को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार जताया। इस अवसर पर, अघ्यक्ष प्रकाश चन्द्र श्रीवास्तव एडवोकेट उपध्यक्ष विनय कुमार सिंह मंत्री ओमप्रकाश तिवारी उर्फ बच्चा, उपमंत्री लव कुमार त्रिवेदी, कोषाध्यक्ष रोहित अग्रवाल, प्रबन्धक वीरेश राम वर्मा, उपप्रबंधक मयंक तिवारी, आयव्यय निरीक्षक अनुज अग्रवाल, राजेश प्रसाद, आशोक कुमार अग्रवाल, योगेश कुमार वर्मा, अजय पाठक, अजय कुमार अग्रवाल, सरदार चरनजीत सिंह, पं0 कृष्ण बिहारी त्रिवेदी, सुधीर कुमार अग्रवाल, अभिषेक पाण्डेय, सरदार दर्शन सिंह आदि उपस्थित रहे।

वही मंगलवार को अतिप्राचीन रामलीला कमेटी हरिशंकरी की ओर से लीला के चौदहवे दिन शाम 7 बजे लंका मैदान में बन्दे वाणी विनायको आदर्श रामलीला मण्डल द्वारा लक्ष्मण शक्ति, संजीनी बूटी, मेघनाद कुभंकर्ण बध, रावण का युद्धभूमि में जाना लीला का मंचन किया गया।

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