
ग़ाज़ीपुर। जनपदवासियो से दीपावली के त्यौहार को लेकर अपर जिलाधिकारी अरूण कुमार सिंह ने अपील किया। उन्होंने बताया है कि प्रायः दीपावली के समय वायु प्रदूषण के दौरान गंभीर स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड सकता है। कहा कि पटाखे से बच्चो‚ बुजुर्गों‚ गभवर्ती महिलाओ और सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों की स्वास्थ्य संबंधी समस्या और भी ज्यादा गंभीर हो जाती है। पटाखों में कई ज्वलनशील रसायन होते हैं जिनमें पोटेशियम क्लोरेट पाउडर वाला अल्युमीनियम‚ मैग्नीशियम‚ बेरियम‚ तांबा‚ सोडियम‚ लिथिय, स्ट्रोंटियम इत्यादि शामिल होते हैं। इन रसायनों के जलने पर तेज आवाज / ध्वनी के साथ बहुत ज्यादा धुंआ भी निकलता है। पशुओं और पक्षियों के लिए भी यह धुंआ नुकसान देह होता है। इन प्रतिकूल प्रभावों के साथ-साथ दीपो के त्योहार के महत्व को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित दीपावली मनायी जाना चाहिए। इसके लिए जनपदवासियो को समझदारी एवं सर्तकता से “दीपावली का त्यौहार” मनाया जाना चहिए। जिसको लेकर जिला प्रशासन द्वारा अपील की जाती है कि दीपावली दीपो के प्रकाश का पर्व है। यथासंभव मिट्टी के दीये का प्रयोग करे। पटाखों का कम ही उपयोग करें। आधे जले या न जल सकने वाले पटाखे को पुनः जलाने⁄उठाने⁄हटाने का प्रयास बिल्कुल ना करें। हवा में उड़ने वाले पटाखों को जलाने से परहेज करें। घर के अदंर पटाखें न जलायें साथ ही पटाखों को शरीर से दूर रख कर जलायें। पटाखे जलाते समय ढीले या सिंथेटिक कपड़े न पहनें‚ सूती कपड़े का प्रयोग करें। आस–पास ज्वलनशील पदार्थ न रखे। पटाखे जलाते समय पास में पानी से भरी बाल्टी एवं मग अवश्य रखे। आंख में जलन होने पर आंखों को ठण्डे पानी से धोंये व चिकित्सकों का सलाह लें। घायल व जले हुये व्यक्ति को अग्नि वाले स्थान से हटाये। जले हुए हिस्से पर कॉलगेट टूथ पेस्ट / वरनाल / आलू का लेप लगायें। जले हुए भाग पर राख, मिट्टी या पाउडर‚ ग्रीस तथा अन्य पदार्थ न लगायें। जले हुए भाग को साफ सूती कपडा⁄मारकीन से ढककर ही अस्पताल ले जाये। किसी भी प्रकार की घटना होने पर धबराये नही‚ धैय रखे। कोई घटना या दुर्घटना होती है तो तत्काल प्राथमिक उपचार कराकर अपने नजदीकी चिकित्सालय में आश्यक उपचार कराएं और सलाह लें। जिला प्रशासन ने जनहित में आपात स्थिति से निपटने के लिए हेल्फ लाइन नंबर जारी किया है।
जिला आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण‚ गाजीपुर।
कन्ट्रोल रूम नम्बर:- 0548-2224041‚ 1077
मुख्य चिकित्साधिकारी–8005192658
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक –9450755364
आपदा विशेषज्ञ–9451343388‚ अन्य राहत – 9454021985





