जिला जेल में महिला बंदियों के लिए शिविर का हुआ आयोजन


गाजीपुर। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ एवं जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार अन्तर्राष्ट्रीय महिला सप्ताह के अवसर पर जिला करागार में शनिवार को महिला बन्दियों के साथ शिविर का आयोजन एवं जेल का निरीक्षण किया गया। शिविर की अध्यक्षता कामायनी दूबे पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा की गयी। उक्त शिविर में विधिक प्रकोष्ठ अधिवक्ता घनश्याम लाल श्रीवास्तव, कारागार अधीक्षक हरिओम शर्मा एवं रविन्द्र सिंह यादव कारापाल उपस्थित रहे।
अन्तर्राष्ट्रीय महिला सप्ताह के अवसर पर महिला कैदियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं से जोड़ने के सम्बन्ध में चर्चा की गई। इस दौरान पूर्णकालिक सचिव द्वारा बताया गया कि हर साल 8 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। आधी आबादी के सम्मान में इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देना है। हम ये मान सकते है कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिला अधिकार आंदोलन का एक सेन्टर प्वाइंट भी है, जो लैंगिक समानता, प्रजनन अधिकार और महिलाओं के लिखाफ हिंसा और दुर्व्यवहार जैसे मुद्दो पर ध्यान आकर्षित करता है। इसके अलावा महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्यार को दर्शाते हुए अन्तर्राष्ट्रीय महिला को महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों के उत्सव के तौर पर मनाया जाता है। हर साल अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस किसी न किसी थीम पर आधारित होता है और इस की थीम है ‘DigitALL: Innovation and technology for gender equality’ यानि, ‘एक स्थायी कल के लिए आज लैंगिक समानता जरूरी’ इस बार की थीम में लैंगिक समानता के ऊपर जोर दिया गया है। प्रधासन द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रम मिशन शक्ति क अवसर पर कामायनी दूबे द्वारा महिलाओं को जागरूक करने हेतु प्रतिभागिओं को कार्यक्रम में विशेष रूप से भारतीय संविधान में महिला अधिकारो एवं उनके हित संरक्षण हेतु किये गये प्रावधान से अवगत कराया एवं महिलाओं के समस्याओं के समाधान हेतु पुलिस, प्रशासन, न्यायिक व्यवस्था में उपलब्ध समाधान के विषय में महिलाओं को जागरूक किया।

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