गाजीपुर। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देश पर गुरूवार को जिला कारागार में जिले की जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की पूर्णकालिक सचिव कामायनी दूबे द्वारा जेल का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने बंदियों से निःशुल्क अधिवक्ता, जेल लोक अदालत तथा उनकी जेल अपील से संबंधित अन्य समस्याएं पूछी गयी एवं उनके यथोचित अधिकार हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। बंदियों को उनके संवैधानिक अधिकारों के विषय में विस्तृत जानकारी दी। निरीक्षण के दौरान जेल अधीक्षक द्वारा बताया गया कि वर्तमान में कुल 1064 बंदी निरूद्ध है। जिसमें 934 पुरूष, 46 महिला व 84 अल्पवयस्क है। इनको सुबह का नाश्ता-ब्रेड, चाय व दोपहर का भोजन-रोटी, चावल, अरहर की दाल, सब्जी (आलू, पत्ता गोभी) तथा शाम का भोजन-रोटी, चावल, चना की दाल, सब्जी (आलू, बैगन) तथा सायं चाय, बिस्कुट दिया जाता है। सचिव द्वारा पुरूष एवं महिला बैरक का भी निरीक्षण किया गया तथा जेल के कई बंदियों से बात कर उनकी समस्याओं को समझने के साथ ही उनके निस्तारण का निर्देश दिया गया। सचिव ने कारापाल को जिला कारागार में स्थित जेल लीगल क्लीनिक पर विशेष रूप से ध्यान देने के निर्देश दिए ताकि जेल में निरूद्ध बंदियों को समय से व समुचित विधिक सहायता प्राप्त हो सके। कारागार परिसर में साफ-सफाई के लिए निर्देशित किया गया। इस अवसर पर उप कारापाल कमलचन्द उपस्थित रहे।