आइए जानते हैं गर्मी के मौसम में क्या करें और क्या न करें

गाजीपुर। मुख्य कार्यपालक अधिकारी जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, अपर जिलाधिकारी ने बताया है कि कड़ी धूप में बाहर न निकले, खासकर दोपहर 12 बजे से बजे तक के बीच। गरम हवा के स्थिति जानने के लिये रेडियो सुने, टी0वी देखे, समाचार पत्र पर स्थानीय मौसम पूर्वानुमान की जानकारी लेते रहे। जितने बार हो सके पानी पीये, प्यास न लगा हो तभी पानी पीये ताकि शरीर मे पानी की कमी से होने वाली बीमारी से बचा जा सके। हल्के रगं के ढीले ढाले सूती वस्त्र पहने ताकि शरीर तक हवा पहुचे और पसीने को सोख कर शरीर को ठंडा रखे। धूप में बाहर जाने से बचे, अगर बहुत जरुरी हो तो गमछा, चश्में, छाता, टोपी एवं जूते या चप्पल पहनकर ही घर से बाहर निकले। शराब, चाय, कॉफी जैसे पेय पदार्थो का इस्तमाल न करे, यह शरीर को निर्जलित कर सकते है। यात्रा करते समय अपने साथ बोतल में पानी जरुर रखें। गीले कपड़े को अपने चेहरे, सिर और गर्दन पर रखेें। गर्मी के दिनों में ओ0आर0एस0 का घोल पिये। अन्य घरेलू पेय जैसे, नीबू पानी, कच्चे आम का बना लस्सी आदि का प्रयोग करे, जिससे शरीर में पानी की कमी न हो। अगर आपकी तबीयत ठीक न लगे, तो गर्मी से उत्पन्न हाने वाले विकारों, बीमारियों को पहचाने। तकलीफ होने पर तुरन्त चिकित्सकीय परामर्श ले। जानवरों को छायादार स्थान में रखें, उन्हे पीने के लिये पर्याप्त मात्रा में पानी दें। अपने घर को ठंडा रखें, घर को पर्दे से ढक कर या पेन्ट लगाकर 3-4 डिग्री तक ठंडा रखा जा सकता है। रात में अपने घरो की खिड़िकियो को अवश्य खुली रखें। कार्यस्थल पर पानी की समुचित व्यवस्था रखें। फैन, ढीले कपडे़ का उपयोग करे। ठंडे पानी से बार-बार नहाएं।
क्या न करें- धूप मे, खडें वाहने में बच्चे एवं पालतू जानवरों को न छोडें। खिड़की की रिफलेक्अर जैसे एल्युमुनियम पन्नी, गत्ते इत्यादि से ढककर रखे, ताकि बाहर की गर्मी का अन्दर आने से रोका जा सके। उन खिड़कियो दरवाजे पर जिनसे दोपहर के समय गर्म हवाए आती है, काले कपडे़/पर्दे लगाकर रखना चाहिए। जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण/स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान को सूनें और आगामी तापमान में होने वाले परिवर्तन के प्रति सर्तक रहें। आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें। जहॉ तक सम्भव हो घर में ही रहे , सूर्य के सर्म्पक से बचें। सूर्य की तापमान से बचने के लिए जहॉ तक सम्भव हो घर की निचली मंजिल में ही रहें, सबसे उपरी मंजिल में कदापि न रहें, ताप के प्रभाव से लू (हीट-वेव) का शिकार होने की सम्भावना प्रायः बनी रहती है। संतुलित हल्का व नियमित भोजन करें। दिन के 11 बजे से 3 बजे के बीच बाहर न निकले। गहरे रंग के भारी एवं तंग वस्त्र पहनने से बचें। खाना बनातें समय कमरे के खिड़की एवं दरवाजे खुले रखे, जिससे हवा का आना जाना बना रहे। नशीले पदार्थ, शराब तथा अल्कोहल के सेवन से बचें। उच्च प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करने से बचें। बासी भोजन न करें। किसी भी सहायता के लिए निम्न नम्बरो पर सम्पर्क कर सकते है। एम्बुलेंस 108, पुलिस -100/112, राहत आयुक्त कार्यालय 1070, जिलाधिकारी आवास- 0548-2220240, 2221240, जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, (डी0डी0एम0ए0-)/जिला इमरजेन्सी आपरेशन सेन्टर (ई0ओ0सी0), गाजीपुर। 0548-2224041, 2226100-14 नम्बर पर सहायता के लिए फोन कर सकते हैं। दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी, स्वंय सुरक्षित रहें, दूसरो को सुरक्षित करें।

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