

गाजीपुर। राजकीय महिला महाविद्यालय अपने शिक्षार्थियों के लिए नए-नए प्रकार के, अनूठे अधिगम प्रयोग करता रहता है। इसका एक बेहतरीन नमूना है महाविद्यालय की दीवाल पर निर्मित म्यूरल पेंटिंग। म्यूरल मतलब रंगों की मदद से दीवारों पर उकेरे गए ऐसे चित्र जो बिल्कुल जीवंत लगते हैं। युवा शिक्षार्थी जो सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं उनके लिए महाविद्यालय की छवि को एक नए रूप में अनुभूत कराने के लिए चित्रकला विभाग के प्रोफेसर उमाशंकर प्रसाद ने महाविद्यालय के नाम को आकर्षक ढंग से एक भित्ति चित्र के रूप में उकेरने की योजना बनाई और इसे अपने चित्रकला विभाग की छात्राओं के साथ साकार किया। फरवरी-मार्च माह में छात्राओं ने इसे प्रो उमाशंकर प्रसाद के साथ मिलकर दीवाल पर चित्र उकेरा और जुलाई में इसका रंग रोगन कर इसे जीवंत रूप में प्रस्तुत किया।


सोमवार को प्रोफेसर उमाशंकर प्रसाद न्यू महाविद्यालय की मीडिया प्रभारी डॉ शिव कुमार को बताया कि अपने कॉलेज को बेहतर सेल्फी प्वाइंट उपलब्ध कराना तथा म्यूरल पेंटिंग कैसे बनाई जाती है इस विधा को छात्राओं को बताना और समझाना ही इस म्यूरल पेंटिंग का प्रमुख उद्देश्य रहा। यह कला भारतीयों के लिए नई नहीं है लेकिन मॉडर्न आर्ट ने इसे लोकप्रिय बनाने में खूब मदद किया है। इस भित्ति चित्र के निर्माण में महाविद्यालय के चित्रकला विभाग की प्राची यादव, खुशबू गुप्ता, सोनालिका, महिमा, वंदना, गुड़िया गुप्ता, गुंजन शर्मा, अंकिता यादव ने लगातार कड़ी धूप में तपकर सहयोग किया। इस भित्ति चित्र को देखकर महाविद्यालय के प्राचार्य-प्राध्यापकों के साथ-साथ छात्राओं में भी अत्यंत हर्ष व्याप्त है। अब लोग यहां पर आकर अपनी सेल्फी या फोटोग्राफ लेकर सोशल मीडिया पर इसे प्रसारित कर, अपने महाविद्यालय से जुड़े होने पर गर्व महसूस कर रहे हैं। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर डॉ सविता भारद्वाज ने चित्रकला विभाग की इस सर्जना पर विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ उमा शंकर प्रसाद और उनके छात्राओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।