गाजीपुर के इतिहास पर पुस्तक लिखना सराहनीय कार्य:नदीम अधमी

गाजीपुर के इतिहास पर पुस्तक लिखना सराहनीय कार्य: नदीम अधमी

अंग्रेजी में उबैदुर्रहमान सिद्दीकी की गाज़ीपुर के इतिहास पर पुस्तक पर चर्चा

गाजीपुर। ख्यातिलब्ध इतिहासकार एवं लेखक उबैदिर्रहमान सिद्दीकी की अंग्रेजी में गाजीपुर के इतिहास, साहित्य, एवम अठारह सौ सत्तावन से लेकर 1942 के आंदोलन पर पुस्तक पर एक चर्चा अब्दुल समद सोसाइटी मुहल्लह मच्छरहट्टा में आयोजित की गई. उसमे इस पुस्तक के लोकार्पण समारोह हो, उसपर विस्तार से विद्वानों ने प्रकाश डाला। शाह फैज़ पब्लिक कॉलेज के डायरेक्टर डाक्टर नदीम अधमी ने कहा कि निश्चित उबैदुर्रहमान साहब की यह एक हजार पृष्टो पर आधारित जनपद गाजीपुर के इतिहास पर पुस्तक सराहनीय कार्य है। इस पुस्तक के लोकार्पण कैसे किया जाए, उसपर आज एक चर्चा रखी गई है, शीघ्र इसका एक भव्य आयोजन किया जाएगा। संजय कुमार ने कहा कि उबैदुर्रहमान सिद्दीकी साहब की जनपद पर यह पहली पुस्तक है जिसमे जनपद के राजनैतिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक इतिहास के अलावा अप्रकाशित अभिलेख अठारह सौ सत्तावन से लेकर 1942 तक के स्वंतत्रता आंदोलन से संबंधित अभिलेखों को प्रकाशित किया गया है तथा इसके लिए एक बड़े सेमिनार कराए जाने हेतु यह मीटिंग की गई है जिसे शीघ्र से शीघ्र आयोजित की जाएगी। एम ए एच इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल खालिद आमीर ने कहा कि इस पुस्तक में जिस तरह से उबैद साहब ने देश विदेश के संग्रहालयों , पुस्तकालयों से गाजीपुर जनपद से संबंधित प्राचीन काल से लेकर जनपद के स्वतंत्रता आंदोलन तक के समय को समेटा है, निःसंदेह एक बहुत अहम काम किया है, इसके लिए हम सभी मिलकर एक आयोजन करेंगे जिसमे जनपद एवं देश की प्रसिद्ध संस्थानों के विद्वानों को बुलाया जाएगा। किडजी स्कूल के मैनेजर अहमर जमाल ने कहा कि यह कार्य सराहनीय योग्य है जो उबैदुर्रहमान साहब ने सर अंजाम दिया है, जिसके लिए यह कार्यक्रम रखा गया कि किस तरह से एक अच्छा आयोजन हो, विस्तार से चर्चा की गई है। इस बैठक में संजीव कुमार संजू, डाक्टर उरुज इस्लाम, प्रमोद कुमार राय, मुहम्मद रेहान, मुहम्मद अदनान, मुहम्मद अयान भी इस चर्चा में शामिल थे।

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