कायस्थ समाज के साथ भाजपा कर रही घोर नाइंसाफी:अरुण श्रीवास्तव

कायस्थ समाज देश की राष्ट्रभक्त कौम,इसकी उपेक्षा देशहित में ठीक नही:अरूण कुमार श्रीवास्तव

ग़ाज़ीपुर।बुधवार को अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोधकांत सहाय के निर्देश पर केन्द्र एवं उत्तर‌ प्रदेश सरकार में कायस्थ समाज की हिस्सेदारी की मांग को लेकर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा गाजीपुर के कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष अरूण कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में शहर मुख्यालय स्थित सरजू पांडे पार्क में धरना-प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया।

महासभा के कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी.नड्डा,देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के नाम से संबोधित अलग- अलग तीन सूत्रीय ज्ञापन उपजिलाधिकारी मनोज पाठक को सौंपा।

महासभा के कार्यकर्ताओं ने अपना विरोध दर्ज कराते हुए केन्द्र एवं उत्तर‌ प्रदेश सरकार में तत्काल कायस्थ समाज को सम्मानजनक प्रतिनिधित्व देने,हर संवैधानिक संस्थानों में भारतीय संविधान सभा के अध्यक्ष रहे डा.राजेन्द्र प्रसाद की तस्वीर अनिवार्य रूप से लगाने और 26 नवंबर को संविधान दिवस पर सरकार द्वारा संविधान निर्माण के संबंध में डा.राजेंद्र बाबू के योगदान की चर्चा करने व उक्त दिवस पर सरकारी विज्ञापनों में भी‌ डा .राजेंद्र बाबू के नाम और उनकी तस्वीर को‌ स्थान देने की मांग की।

जिलाध्यक्ष अरूण कुमार श्रीवास्तव ने इस धरने को संबोधित करते कहा कि कायस्थ समाज के साथ भाजपा घोर नाइंसाफी कर रही है।उन्होंने कहा कि कायस्थ समाज भाजपा का परंपरागत एवं सबसे ईमानदार मतदाता हैं।लेकिन भाजपा सरकार व संगठन में उसकी‌ हिस्सेदारी न देकर अपमानित और उसके साथ सौतेला पन रवैया अपना रही‌ है‌। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी के शासन काल में कायस्थ समाज के यशवंत सिन्हा, शत्रुघ्न सिन्हा और रविशंकर प्रसाद तीन कैबिनेट मंत्री थे लेकिन आज केन्द्रीय मंत्रिमंडल में कायस्थ समाज का एक भी मंत्री नहीं है। उत्तर प्रदेश सरकार में भी कायस्थ समाज की घोर उपेक्षा की गयी है। उन्होंने कहा कि जो कायस्थ समाज 99 प्रतिशत मत भाजपा को देता है उसका भी एक मंत्री?सवाल यह है कि भाजपा का यह कौन सा सामाजिक न्याय है ? आखिर भाजपा अपने सबसे ईमानदार वोट बैंक कायस्थ समाज को किस नजरिए से देखती है ? वह अपने साथ हो रहे इस नाइंसाफी, उपेक्षा और अन्याय से कायस्थ समाज काफी आक्रोशित हैं,अपने को काफी अपमानित महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा ने तत्काल केन्द्र एवं प्रदेश सरकार में कायस्थ समाज को उसकी सम्मानित हिस्सेदारी नहीं दी तो उसका खामियाजा भुगतने के लिए वह तैयार रहें ।उन्होंने कहा कि भाजपा ने रविशंकर प्रसाद को सरकार से बाहर निकाला है, यदि कायस्थ समाज को तत्काल केन्द्र एवं प्रदेश सरकार में उसकी हिस्सेदारी नहीं मिली तो कायस्थ समाज उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने में कोई कोताही नहीं बरतेगी ।

इस बैठक में मुख्य रूप से मुक्तेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव,डा. पूजा श्रीवास्तव,अजय श्रीवास्तव,शैलेश श्रीवास्तव,शैल श्रीवास्तव,पीयूष श्रीवास्तव,राजेश कुमार श्रीवास्तव, विपिन बिहारी वर्मा,अमर सिंह राठौर,विपुल सिन्हा,मोहनलाल श्रीवास्तव, प्रदीप श्रीवास्तव,प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, मोहनलाल श्रीवास्तव, अमरनाथ श्रीवास्तव, संदीप वर्मा,परमानंद श्रीवास्तव,अश्वनी कुमार श्रीवास्तव,लाल जी श्रीवास्तव,अनूप श्रीवास्तव, विपिन श्रीवास्तव डब्बू,कमल प्रकाश श्रीवास्तव, राजेश कुमार श्रीवास्तव, सुशील चन्द्र श्रीवास्तव,आदि उपस्थित थे।

धरना कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री अरूण सहाय ने किया।

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