भव्य रथ मे विराजमान भगवान जगन्नाथ की श्रद्धालुओ ने किया पूजन आरती

भव्य रथ मे विराजमान भगवान जगन्नाथ की श्रद्धालुओ ने किया पूजन आरती

गाजीपुर। आषाढ़ शुक्ल द्वितीया को निकाले जाने वाला भगवान जगन्नाथ यात्रा नगर के विभिन्न क्षेत्रो में मनाया जा रहा है। जिसे लेकर भगवान की भव्य झांकी सजाकर नगर में भ्रमण कराया गया। पुरानी परम्पराओ के साथ नियाजी मुहल्ला गंगा तट पर स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर से भव्य झांकी व बाजे के साथ भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा, बलभद्र की आकर्षक प्रतिमा की झांकी सांयकाल निकाली गई, जो अतिप्राचीन हरिशंकर में रथ पर सवार होकर स्थानीय नागरिको के दर्शन पूजन के लिए लाया गया। जहा विधिवत आरती पूजन कर मोैसमी फलो का राजभोग लगाकर भगवान जगन्नाथ से वर्ष भर सकुशल रखने की कामना करते है। भगवान जगन्नाथ के स्वास्थ्य लाभ के लिए उन्हे परवल का जूस पिलाने व जामुन, आम, बतासा, चना, गुलगुला व पुडी, खीर का भोग लगा कर महिलाओ ने पुरानी परम्परा का निवर्हन आज भी श्रद्धालूगण करते है। बाबा पवहारी आश्रम में जगन्नाथ पूजन का बड़ा महत्व है जो पवहारी बाबा के हस्तनिर्मित मूर्ती की झांकी निकालकर शुरू किया गया जगन्नाथ यात्रा आज उनकी याद दिलाती है, पवहारी बाबा आश्रम से निकाली गई। झांकी कुर्था गांव मे घुमाते हुए आदर्श बाजार में लाया गया और वहा मेला रूप में तब्दील हुए जगन्नाथ यात्रा का हजारो श्रद्धालुओ ने फूल माला व आरती पूजन कर भव्य स्वागत किया। इसके साथ ही स्टीमरघाट स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर से निकलने वाली टाउनहाल, बैजनाथ चौक, लालदरवाजा व मिश्रबाजार तिराहे पर जांकर समाप्त हो गया। वही रामजानकी मठ गरूआमकसूदपुर से निकाली गई। भगवान जगन्नाथ यात्रा पूरे गांव घुमाकर आरती पूजन कर पुनः रामजानकी मठ जाकर समाप्त हो गई। इस यात्रा की जानकारी देते हुए हुए पुजारी अमित ने बताया कि बाबा जगन्नाथ की स्थापना का काल है इससे पहले माता कर्मा की भक्ति की कहानी बताया और उनके पूजा भोग मे खिचड़ी के महत्व का बातया। भगवान जगन्नाथ को आज भी खिचड़ी का भोग लगाया जात है पूरी मे इसका प्रसाद वितरण कर इस पर्व को धूमधाम से मनाया जाता है। इस अवसर पर जिला प्रचारक प्रभात ने देर रात आरती पूजन किया। झांकी मे राजेश पाण्डेय, गोपाल जी पाण्डेय, अशोक चौधरी, अजय कुमार तिवारी, अरविन्द तिवारी, संगम हिन्दू, देवब्रत हिन्दू कृपाशंकर राय,चन्द्र कुमार आदि सम्मिलित हुए।

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