जनसंख्या विस्फोट एवं जनसांख्यिकीय असंतुलन पर रोक लगाने को प्रधानमंत्री को भेजा ज्ञापन

जनसंख्या विस्फोट एवं जनसांख्यिकीय असंतुलन पर रोक लगाने को प्रधानमंत्री को भेजा ज्ञापन

गाजीपुर। जनसंख्या दिवस के अवसर पर 11 जुलाई जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के तत्वाधान में शुक्रवार को जिलाध्यक्ष उमेश चन्द्र पाण्डेय के नेतृत्व में कचहरी स्थित सरयू पाण्डेय पार्क में एकत्र होकर धरना प्रदर्शन किए। जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाने को लेकर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी कार्यालय में सीआरओ आयुष चौधरी को सौपे। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष ने कहा कि जनसंख्या विस्फोट एवं जनसांख्यिकीय असंतुलन जैसी भीषण समस्या से उत्पन्न हो रहे संभावित गृहयुद्ध के खतरे को रोकने के लिए यह मांग पत्र जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को भेजा जा रहा है। आगे बताया कि अंधाधुंध संतानोत्पत्ति करने की प्रवृत्ति पर जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाकर अंकुश लगाने में एक एक पल की देरी भारत और भारतीय संस्कृति के लिए पूर्व की भाति ही विघटनकारी साबित हो सकती है। एक वर्ग विशेष ने रणनीति के तहत जानबूझकर बढ़ाई जा रही जनसंख्या और सनातन समाज की युवा पीढ़ी में एक बच्चे तक सीमित रहने की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण देश के अनेक भागों में 6 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों में जनसंख्या का संतुलन उस वर्ग विशेष के पक्ष में झुकता दिखने लगा है। भारत जनसंख्या में धार्मिक असंतुलन के कारण हुए विघटन के दंश का प्रत्यक्ष मुक्तभोगी है। पूर्व की सरकारों की विभाजन के बाद से जारी तुष्टिकरण की नीति के चलते अब फिर से वैसी ही परिस्थितियां निर्मित होती दिखाई दे रहीं है, जिसपर समय रहते रोक लगाने की जरूरत है। कार्यकर्ताओं ने आगे बताया कि विभिन्न सामाजिक वर्गों के बीच जनसंख्या का अनुपात वर्तमान अनुपात के अनुसार बनाए रखने के उद्देश्य से जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग को लेकर राष्ट्रीय हिन्दू फ्रंट जनसंख्या समाधान फाउंडेशन ने लगभग 12 वर्षों से हजारों छोटी बड़ी सभाए, धरना प्रदर्शन, सांसद संवाद कार्यक्रम, राष्ट्रपति सहित महत्वपूर्ण लोगों से भेंट आदि के रूप में राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया जा रहा है। इस अवसर पर दुर्गादत्त चौबे, महेश कुशवाहा, सूर्यकान्त तिवारी, राहुल दूबेे, धर्मेन्द्र यादव, दयाशंकर, ज्ञानशील त्रिपाठी, राजकुमार प्रजापति, विशाल चौरसिया, नितिन चौबे, विनय कुशवाहा, अखण्ड प्रताप सिंह, अभिषेक तिवारी आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

Leave a comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.