अफीम फैक्ट्री आपकी ऐतिहासिक विरासत, विश्व की ओल्डेस्ट रनिंग फैक्ट्री है: जीएम

शासकीय अफीम एवं क्षारोद कारखाना गाजीपुर में स्वतंत्रता दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन,

गाजीपुर अफीम फैक्ट्री, आपकी ऐतिहासिक विरासत, विश्व की ओल्डेस्ट रनिंग फैक्ट्री है : दौलत कुमार “जीएम”

गाजीपुर। 15 अगस्त को शासकीय अफीम एवं क्षारोद कारखाना ने आजादी के 79वें वर्ष के उपलक्ष्य में एक “विचार संगोष्ठी” का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों, अतिथियों, बुद्धिजीवियों एवं प्रतिष्ठान कर्मियों ने भाग लिया। विचार संगोष्ठी में “शासकीय अफीम एवं क्षारोद कारखाना के विकास में प्रभाव और योगदान तथा भविष्य के विकास की संभावनाएं” विषय पर सारगर्भित चर्चा की गई।

वक्ताओं ने संस्थान की ऐतिहासिक विरासत, आर्थिक योगदान और स्थानीय स्तर पर रोजगार और सामाजिक विकास में निभाई जा रही भूमिका पर विस्तृत प्रकाश डाला। कार्यक्रम में कारखाने के महाप्रबंधक दौलत कुमार, आई. आर. एस. की विशेष उपस्थिति रही। उन्होंने अपने संबोधन में संस्था की ऐतिहासिक भूमिका, वर्तमान कार्यशैली और भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला। दौलत कुमार ने कारखाने को न केवल एक औद्योगिक इकाई, बल्कि जनपद की प्रगति में एक मजबूत आधारस्तंभ बताया।


संगोष्ठी के सफल आयोजन में पंकज श्रीवास्तव, कार्य अभियंता तथा वरिष्ठ अनुवादक अधिकारी चंदन हरिजन के साथ जनपद के वरिष्ठ नागरिक और पूर्व प्राचार्य मांधाता राय, इंजीनियर वशिष्ठ यादव, प्रो० के एन श्रीवास्तव, शासकीय अधिवक्ता अजय पाठक, जयसूर्या भट्ट, नीरज श्रीवास्तव, अजय श्रीवास्तव, संजीव गुप्ता, संजय यादव, विनय कुमार सिंह, डॉ डीपी सिंह, डॉ स्वतंत्र सिंह, अमरनाथ तिवारी, सुरेश चंद्र श्रीवास्तव आदि का विशेष योगदान रहा।

कारखाना अधिकारियों ने आयोजन की समस्त रूपरेखा, व्यवस्थापन और संचालन को सटीकता से संपन्न कराया, जिससे कार्यक्रम सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचा। धन्यवाद ज्ञापन उद्बोधन अफीम फैक्ट्री जीएम दौलत कुमार ने दिया और संचालन पंकज कुमार श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ और सभी उपस्थित लोगों ने संस्थान के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

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