गाजीपुर। महर्षि विश्वामित्र अर्द्धशासकीय मेडिकल कॉलेज को लेकर समाजसेवी कुंवर वीरेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आनंद मिश्रा ने उनके जिला अस्पताल में प्रवेश पर रोक लगा दी है।

इसी मामले को लेकर आज कुंवर वीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में सैकड़ो की संख्या में लोगों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी को पत्रक सौंपकर न्याय की मांग की।

मालूम हो कि कुंवर विरेंद्र सिंह लंबे समय से लावारिस शवों का पोस्टमार्टम कराने और उनका धार्मिक रीति से अंतिम संस्कार कराने का काम करते आ रहे हैं। वे गरीब और असहाय मरीजों की मदद, रक्तदान जैसे सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय भूमिका निभाते हैं।

पत्रक के माध्यम से प्रदर्शनकारियों ने बताया कि प्राचार्य के इस निर्णय से अस्पताल के कर्मचारियों और मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं में भारी नाराजगी है। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से इस मामले की जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यदि प्राचार्य का यह आदेश वापस नहीं लिया गया तो वे कड़ा कदम उठाने को मजबूर होंगे। इसकी जिम्मेदारी कॉलेज प्रशासन और जिला प्रशासन की होगी।

एक दिन पूर्व रक्तदान कर चुके समाजसेवी कुंवर वीरेंद्र सिंह पत्रक देने के दौरान बेहोश हो गए। जिन्हें एंबुलेंस के जरिए जिला अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया। मालूम हो कि समाजसेवी कुंवर वीरेंद्र सिंह को मुख्यमंत्री समेत तमाम दिग्गजों द्वारा उनकी समाज सेवा के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है।

प्रदर्शन करने वालों में प्रमुख रूप से विवेक कुमार सिंह शम्मी, संजय सिंह, निर्भय नारायण सिंह, विनीत दुबे, संजीव सिंह बॉबी, शैलेंद्र सिंह, मंटू राय, पंकज राय, सभासद साहबान अली, सभासद सोमेश मोहन राय, सभासद परवेज, कंचन रावत, मधु यादव, अमित विश्वकर्मा, छात्र नेता दीपक उपाध्याय, सुधांशु तिवारी, शीर्षदीप, निशांत सिंह, सुधांशु बलवंत, शशिकांत सिंह, दीपक सिंह, पंकज गुप्ता, रजनीश मिश्रा आदि सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद रहे।


