आत्मनिर्भर लड़की ही महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बनती है:प्राचार्य डॉ. अनिता


राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में रोजगार योग्यता कौशल कार्यशाला का आयोजन

गाज़ीपुर। राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय महुआबाग में सोमवार को नंदी फाउंडेशन के सहयोग से तीन दिवसीय रोजगार योग्यता कौशल (Employability Skills) कार्यशाला का शुभारंभ किया गया।

उद्घाटन सत्र में प्राचार्या डॉ अनीता कुमारी ने कहा कि रोजगार योग्यता कौशल आवश्यक जीवन कौशल हैं, जो व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारते हैं और विद्यार्थियों को रोजगार के लिए तैयार करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब कोई लड़की आत्मनिर्भर होती है, तो वही सच्चे अर्थों में महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बनती है।

कार्यक्रम के स्वागत भाषण में डॉ. शंभू शरण प्रसाद, कार्यक्रम समन्वयक ने कहा कि राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गाज़ीपुर निरंतर इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन करता है, क्योंकि सशक्त महिला ही समाज को सशक्त बना सकती है। धन्यवाद ज्ञापन में मोहम्मद साकिब, नंदी फाउंडेशन के प्रशिक्षक ने कहा कि हमें इस महाविद्यालय के साथ जुड़कर खुशी हो रही है और हम आगामी तीन दिनों में सभी विद्यार्थियों को आवश्यक रोजगार योग्यता कौशल सिखाने का प्रयास करेंगे।

उद्घाटन सत्र के बाद कार्यशाला का पहला प्रशिक्षण सत्र आरंभ हुआ, जिसमें प्रशिक्षक साकिब ने विद्यार्थियों को अपनी शक्तियों और कमजोरियों की पहचान करने तथा रोजगार योग्यता कौशल के महत्व और उपयोगिता के बारे में बताया। इस कार्यशाला में 40 से अधिक छात्राओं ने पंजीकरण कराया और सक्रिय रूप से भाग लिया। इनमें शमाइला नाज़, रिद्धा यादव और रूपाली ने विशेष रूप से उल्लेखनीय योगदान दिया।

कार्यशाला का उद्देश्य छात्राओं के आत्मविश्वास, संप्रेषण कौशल और रोजगार योग्यता को बढ़ाना है, जिससे वे आत्मनिर्भर और सशक्त बन सकें।

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