मुसलमानो के 72 फिरके हमारे सिर्फ हिन्दुस्थान मे -प्रभात
गाजीपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष समारोह के तीसरे चरण के कार्यक्रम में हिंदू सम्मेलन के तहत सोमवार को नगर एवं जनपद में विभिन्न कार्यक्रम किए गये। नगर में केशव बस्ती का कार्यक्रम अग्रसेन मैरिज हॉल परसपुर में आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता जिला प्रचारक प्रभार ने बताया कि हमारा हिंदू समाज ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया।

सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत्’
के सिद्धांत पर आधारित है हमारा धर्म हिंदू सनातनी धर्म सभी को आत्मसात करने की अद्भुत कला विद्यमान है । यहां जो भी आक्रमणकारी आये सभी पंच नदी के तीर तक ही आए और पंच नदी के तीर पर आकर वह हमारे हिंदू समाज में समाहित होते गये, हमारे हिंदू समाज में कभी किसी यहूदी पर अत्याचार नहीं हुआ, इस्लाम के 72 फिरके इस हिन्दुस्थान की भूमि पर मिलते हैं जो यहां सभी पंथो के लोग यहा के हिंदू समाज में समाहित हो जाते हैं यह हमारे यहां की विशेषता है । रामधारी सिंह दिनकर के हम कौन हैं पर विस्तृत प्रकाश डाला। बच्चों में संस्कार देने की परंपरा हमारे यहां पुरानी रही है जिसके लिए मातृशक्ति अपनी दायित्व का निर्माण बखूबी करना जानती हैं, आज के आधुनिकता के होड़ में अपने बच्चों को संस्कृति से दूर ना करें उन्हें अपने संस्कृति परंपरा का परिचय करने कि दायित्व हमारे मातृ शक्ति पर है। जिससे आने वाली पीढ़ी एक संस्कारिक और सुदृढ़ व मजबूत पीढ़ी बन सके और आने वाले दिनों में वृद्धाश्रम के रास्ते बंद हो सके ।

लोगों को आने वाले दिनों से आगाह करते हुए बताया कि लोग आजकल सोने और चांदी खरीद कर एकत्र कर रहे हैं आज उससे कहीं ज्यादा जरूरी अपने सुरक्षा के लेकर नये दृष्टिकोण अपनाने होगे जिससे हम सुरक्षित रह सके। वही लार्ड मैकाले के शिक्षा के सिद्धांत का विरोध करते हुए बताया कि भारत के बल के आधार पर हरा पाना मुश्किल है उसके शिक्षा पद्धति पर आघात करिए ताकि वह कपड़े व वेशभूषा से रहन-सहन से तो हिंदुस्तानी दिखे पर दिमागी रूप से वह बीमार रहे। छत्रपति शिवाजी की माता जीजाबाई, महाराणा प्रताप, चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, सुभाष चन्द्र बोस जैसे लोगों का उदाहरण दिया और उनके माता के योगदान को प्रचारित किया। मातृशक्ति पर बोलते हुए कहा जिनके शिक्षित और जागरूक होने से पूरा समाज शिक्षित और जागरूक होता है महाराजा शिवाजी महाराज की माता जीजाबाई का उदाहरण पेश करते हुए शिवाजी ने हिंदी साम्राज्य की स्थापना कर एक धर्म युद्ध का स्थापना किया हम कौन हैं, हम कौन वह लोग हैं इसकी बातों पर बल देते हुए स्वयं को पहचानने और समझने की आवश्यकता पर बल दिया।

इसी क्रम में बोलते हुए मुख्य अतिथि ओमप्रकाश तिवारी मंत्री अति प्राचीन रामलीला कमेटी ने बताया के पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने के लिए आज बहुत जरूरी है जागरूक होना, स्वदेशी अपनाने के लिए उन्होंने स्वदेश की चीजों पर विदेशी अमेरिका के लोगों को पेटेंट कराने का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि जो हमारे सांस्कृतिक विरासत पौराणिक विरासत रही हैं उसे विदेश में पेटेंट करा लिया गया और पेटेंट कर कर उसे हमारे ऊपर फिर थोपा जा रहा है और वह अब शाकाहारी बन रहे है और हमें भारत में मांसाहारी खिलाने के लिए प्रेरित और प्रलोभन दिया जा रहा है जिसका विरोध होना चाहिए और स्वदेशी अपनाने पर बल दिया। इस अवसर पर बोलते हुए गुरुद्वारे के पंथी जसपाल सिंह ने अपने समापन भाषण में वीर शहीद बाल दिवस पर उदबोधन करते हुए गुरु गोविंद सिंह के चार पुत्रों जोरावर सिंह के बलिदान की चर्चा करते हुए उन्होंने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल के नारों से पूरा वातावरण वीर रस से गुंजायमान हो गया।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि सुमन अग्रवाल व महंत अभिषेक तिवारी ने धर्म को लेकर अपने विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम का शुभारंभ में कृपा शंकर राय व रामकुमार राय प्रभा राय राय ने हवन पूजन कर इस कार्यक्रम का शुभारम्भ किया व संचालन रिशु ने किया। इस अवसर पर बस्ती प्रमुख आकाश, रितेश, श्याम आर्य, अभिषेक, किशन, पीयूष, राजन, रोहित आदि उपस्थित रहे। हिन्दू सम्मेलन के अन्तर्गत जानवी शाखा में नगर प्रचारक विक्रम जी ने हिंदू स समाज वह लव जेहाद पर प्रकाश डाला इस कार्यक्रम में विभाग संपर्क प्रमुख अशोक ने अपने अपने विचार व्यक्त किये। न्यायालय शाखा में विभाग बौद्धिक प्रमुख अभय ने अपने विचार रखे व पवन तिवारी ने भजन प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम में अखिलेश बस्ती प्रमुख, देवसरन, दीपक, अरूण, अमित आदि शामिल रहे। चंदन नगर बस्ती में स्थित हनुमान मंदिर मे कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमे मुख्य वक्ता सेवानिवृत्ति प्रधानाचार्य पीएन सिंह, आचार्य वीरेंद्र शास्त्री, विशिष्ट अतिथी कमलनयन पांडे सेवानिवृत न्यायाधीश झारखंड, अनीता तिवारी जिला संचालिका भारत विकास परिषद शामिल रही। इस अवसर पर अनिल उपाध्याय दयाशंकर तिवारी जिला संचालक जयप्रकाश प्रहलाद नगर संपर्क दुर्गेश जी उपस्थित रहे।