गाज़ीपुर।जमानिया कोतवाली क्षेत्र के ताजपुर मांझा गांव के अधेड़ की हत्या की घटना को अंजाम पिता पुत्र ने ही दी थी। घटना को छिपाने के लिए शव को पंखे से टांग दिया था। शनिवार को पुलिस ने घटना का खुलासा कर एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया।पुलिस के अनुसार, 19 सितंबर की रात रामाशीष (50) का शव घर पर ही फांसी के फंदे में लटकता मिला था। परिजनों ने हत्या कर फांसी के फंदे में लटकाने की लिखित तहरीर दी और हत्या में शामिल कुछ लोगों को नामजद भी किया। मामले की जांच के दौरान पता चला कि मृतक आए दिन शराब के नशे में अपने पिता संग्राम व पत्नी उर्मिला के बीच नाजायज संबंध व पुत्र बताता था।इसी तरह इलायचीपुर उर्फ डिग्री में अपने पिता के द्वारा बनाए गए मकान का अपना हिस्सा अपने बड़े लड़के रोहित के नाम कर दिया था और राहुल की प्रेम विवाह करके लाई गई पत्नी को घर से भगा दिया था। इन्हीं कारणों से दादा और पोता पहले से ही उससे काफी नाराज और क्रोधित थे।
बीते 19 सितंबर को रामाशीष शराब पीकर शाम को घर आकर इन्हीं सब बातों को लेकर पिता और बेटे से उलझ गया। इस दौरान राहुल ने डंडे से उसको मारा पीटा जिससे उसके सिर में गंभीर चोटें आई। घटना को छुपाने के लिए के लिए दादा और पोते ने चादर से छत के सिलिंग फैन को खोल कर उसे फांसी के फंदे से लटका दिया।
इस मामले की विवेचना, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाया गया कि अधेड़ की मौत उसके सिर में आई गंभीर चोटों व हड्डी टूटने के कारण हुई थी न कि फांसी से हुई थी। जिस पर शनिवार को संग्राम सिंह और राहुल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।