राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत हुई समीक्षा बैठक

राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत हुई समीक्षा बैठक

गाजीपुर। 10 साल से 19 साल तक के किशोर और किशोरियों में एनीमिया से बचाव के लिए राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाया जाता है। जिसको लेकर आज मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ उमेश कुमार की अध्यक्षता में जनपद के समस्त ब्लॉकों से आए हुए बीपीएम, आरबीएसके टीम के साथ ही सीडीपीओ के साथ समीक्षा बैठक किया गया। इस समीक्षा बैठक में एनआई के लोग भी शामिल रहे।

प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि पिछले 2 साल से कोरोना के चलते राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम जो बंद था। यह योजना सभी विद्यालयों में आने वाले किशोर और किशोरियों को लेकर चलाया जाता है। लेकिन स्कूल बंद होने के कारण योजना बंद थी। लेकिन अब एक बार फिर से इस योजना का शुरुआत हुआ है। जिसको लेकर अब तक के हुए कार्यों की समीक्षा बैठक किया गया है। साथ ही आने वाले समय में और कितना बेहतर किया जा सकता है इसके बारे में भी रणनीति बनाई गई। उन्होंने बताया कि जनपद में यह कार्यक्रम सभी ब्लाको में संचालित किया जा रहा है।

एनआई की सुनीता सिंह ने बताया कि किशोर और किशोरियों को स्वस्थ रहने के लिए तीन बातें अपनाने जरूरी है । जिसमें एनीमिया से बचाव के लिए 10 साल से 19 साल की किशोरी जो हर हफ्ते आगनबाडी से मिलने वाली आयरन की एक नीली गोली और 6 माह पर एक बार पेट के कीड़े मारने की दवाई एल्बेंडाजोल का सेवन अवश्य करें। इसके अलावा प्रतिदिन संतुलित पौष्टिक भोजन जैसे अनाज, दालें ,हरी पत्तेदार सब्जियां ,फल व मांसाहारी है तो मीट,अंडा, मछली खाएं और खूब पानी पिए । साथ ही विटामिन सी युक्त आंवला नींबू इत्यादि का प्रयोग करें। और रोजाना खेलकूद भी करती रहें।

उन्होंने बताया कि बच्चों को एनीमिया यानी खून की कमी से बचाने के लिए हर हफ्ते एक आयरन की गोली अवश्य दें। साथ ही स्कूल में नामांकन 5 साल से 9 साल के सभी बच्चों को आईएफए की गुलाबी गोली और 10 साल से 19 साल के सभी बच्चों को आईएफए की नीली गोली देने के लिए सप्ताहिक रूप से 1 दिन सुनिश्चित करें। सभी बच्चों को हर हफ्ते दी जाने वाली आईएफ़ए की गोली खाने के लिए प्रेरित करें। कक्षा 6 वीं से 12वीं के सभी बच्चों को आईएफए की नीली गोली दे। बच्चों को मध्यान्ह भोजन के बाद आईएफ ए की गोली दे। मध्यम और गंभीर रूप से एनीमिक वाले बच्चों की पहचान करें और उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र के लिए रेफर करें। छात्रों को आईएफए की गोली और संतुलित आहार के लाभ के बारे में भी उन्हें समय-समय पर जागरूक करते रहे।

इस कार्यक्रम में डीपीएम प्रभुनाथ, एबीएसए अविनाश राय के साथ ही सभी ब्लॉकों की सीडीपीओ, एबीएसए ,बीपीएम के साथ ही आरबीएसके और आरकेएसके टीम के डॉक्टर की टीम रही।

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