फार्मासिस्ट को दिया गया प्रशिक्षण, किया गया अभियान का शुभारंभ

क्षय रोग के दवा डिमांड व वितरण को लेकर फार्मासिस्ट को दिया गया प्रशिक्षण

सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान का हुआ शुभारंभ

ग़ाज़ीपुर। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 2025 तक टीबी मुक्त भारत करने के क्रम में विभाग के द्वारा लगातार कवायद किया जा रहा है। इसी क्रम में सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में 20 से 22 फरवरी तक जनपद के समस्त फार्मेसिस्ट का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम किया गया। जिसमें उन सभी लोगों को दवाओं के निश्चय पोर्टल के माध्यम से डिमांड और वितरण के संबंध में जानकारी दी गई। जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ मिथिलेश सिंह ने बताया कि क्षय रोग के दवाओं के रखरखाव एवं मरीजों के सुदृढ़ रूप से वितरण करना एवं निश्चय औषधि पोर्टल के माध्यम से सभी दवाओं का डिमांड व वितरण करने हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों के फार्मासिस्ट का किया गया। उन्होंने बताया कि जनपद में कुल 105 फार्मासिस्ट हैं जो 20 से 22 फरवरी तक चलने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होंगे। उन्हें दवाओं के रखरखाव के संबंध में जानकारी दी जाएगी। इस दौरान आए हुए सभी फार्मासिस्ट को क्षय रोग मरीज को गोद लेने और अन्य लोगों से गोद लेने के लिए प्रेरित करने के लिए भी प्रशिक्षण में बताया गया। जनपद में अभी तक एक 1112 मरीजों को गोद लिया गया है। जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह 21, पंकज सिंह चंचल 21, मुख्य चिकित्सा अधिकारी 2, क्षय रोग अधिकारी 2, समस्त अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी 1-1 ,क्षय रोग विभाग के कर्मचारि 1-1 ,राजकीय महिला महाविद्यालय की प्राचार्य 5, सभी शिक्षक 1-1 व अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा टीबी मरीजों को गोद लिया गया है। इस दौरान सोमवार से सक्रिय टीबी रोगी खोजी अभियान का भी शुभारंभ हुआ। जो जनपद के सभी मदरसा, वृद्धा आश्रम, बाल सुधार गृह में चलाया गया जहां पर सभी सस्पेक्टेड लोगों का बलगम परीक्षण व स्कैनिंग किया गया। वहीं अगले दो दिनों तक जिला कारागार के बंधुओं का परीक्षण किया जाएगा। जनपद में 1 जनवरी 2023 से अब तक 494 टीबी मरीज खोजे गए हैं। जबकि साल 2022 में पहले 3603 और निजी चिकित्सालय के माध्यम से 525 टीबी मरीजों को खोजा गया था।

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