

गाजीपुर। समाजवादी पार्टी के तत्वावधान में जिलाध्यक्ष गोपाल यादव की अध्यक्षता में पार्टी कार्यालय समता भवन पर मंगलवार को महात्मा ज्योतिराव फुले की जयंती पर माल्यार्पण कार्यक्रम एवं विचार गोष्ठी आयोजित हुई। गोष्ठी आरंभ होने के पूर्व सभी कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए देश और समाज में फैली कुरीतियों और कुप्रथाओं के खिलाफ संघर्ष करने का संकल्प लिया।
जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने उन्हें नमन करते हुए कहा कि वह महान समाज सेवी थे। लड़कियों की शिक्षा के लिए किया गया उनका योगदान यह देश कभी नहीं भूल सकता। देश में लड़कियों को शिक्षा देने के लिए उन्होंने ही महाराष्ट्र में पहला कन्या पाठशाला खोला। वह 19वीं सदी के आमूल परिवर्तन वाली और उदारवादी विचारक थे। उन्होंने समाज में फैली कुरीतियों और कुप्रथाओं के लिए आजीवन संघर्ष करते रहे।उन्होंने समाज के निम्न तबकों के सम्मान, हक और अधिकार के लिए हमेशा आवाज बुलंद किया। वह नारी शिक्षा और विधवा विवाह और किसानों के हित में तमाम उल्लेखनीय कार्य किया। वह बाल विवाह विरोधी थे। महिला शिक्षा के सवाल पर रूढ़िवादियों ने उनका जमकर विरोध किया और पिता माता पर दबाव बनाकर उन्हें और उनकी पत्नी को घर से बाहर निकलवा दिया। तमाम विरोध के बावजूद वह अपने रास्ते से डिगे नहीं और महिलाओं को शिक्षित करने के सवाल पर अपना संघर्ष जारी रक्खा। आज मुल्क को उनके जैसे संत और समाजसेवी की सख्त जरूरत है ताकि देश में फैली कुरीतियों को समाप्त किया जा सके और देश में सुख शांति स्थापित की जा सकें।
इस गोष्ठी में मुख्य रूप से पूर्व जिलाध्यक्ष रामधारी यादव, निजामुद्दीन खां, अशोक कुमार बिंद, सदानंद यादव, रविन्द्र प्रताप यादव, परशुराम बिंद, अतीक अहमद राईनी, मदन सिंह यादव, सुभाष यादव गुड्डू, कमलेश यादव, राजेश यादव, ममता यादव, अभिनव सिंह, छन्नू यादव, नफीसा बेगम, अमित ठाकुर, वंश बहादुर कुशवाहा, रीता विश्वकर्मा, रीना यादव, धर्मेन्द्र यादव, विशाल मद्धेशिया, विजय शंकर यादव, दीपक उपाध्याय, जितेन्द्र चौहान आदि उपस्थित थे। इस गोष्ठी का संचालन जिला उपाध्यक्ष कन्हैया लाल विश्वकर्मा ने किया।
