मांगो को लेकर विद्युत कर्मियों ने घेरा कार्यालय

विद्युत कर्मियों ने घेरा अधीक्षण अभियंता कार्यालय


गाजीपुर। विद्युत मजदूर पंचायत के बैनर तले विद्युत कर्मियों ने अपनी 13 सूत्रीय मांगो को लेकर बुधवार को अधीक्षण अभियंता का घेराव किया, जिसमे विद्युत मजदूर पंचायत के प्रांतीय महामंत्री निर्भय नारायण सिंह ने बताया कि अधीक्षण अभियंता के पास विद्युत मजदूर पंचायत के प्रतिनिधियों द्वारा कई बार मिलकर कर्मचारी समस्याओं से अवगत कराया लेकिन अधीक्षण अभियंता द्वारा कभी भी गंभीरता से उन समस्याओं को नही लिया गया। बल्कि संगठन प्रतिनिधियों द्वारा कर्मचारी समस्याओं को कई बार मिलकर मौखिक रूप से अवगत कराए जाने से इनके द्वारा संगठन से नाराजगी भी जाहिर की गई। जिससे संगठन को यह स्पष्ट हो रहा है की इनका कर्मचारी समस्याओं से कोई लेना देना नही है और न ही इनके द्वारा किसी समस्या को निस्तारित कराने में कोई रुचि है जिसमे प्रबंध के प्रति विद्युत कर्मचारियों में काफी आक्रोश है।
वही प्राइवेट मीटर रीडरो को 20 माह से ईपीएफ खाते में नही गया है एवं उपकेंद्र पर कार्यरत संविदा कर्मियों के भी खाते में कई माह से ईपीएफ कटौती नही की जा रही है इसकी जांच कराई जाय। शासन के निर्देशों को ताक पर रखकर अधिकारियों एवं ठेकेदारों द्वारा गरीब मजदूरों का पैसा लूटा जा रहा है। वही प्राइवेट मीटर रीडरो को वर्तमान स्टर्लिंग एजेंसी से पूर्व तत्कालीन एनसाफ्ट कंपनी ने मीटर रीडरो को नियुक्त करने से पूर्व 15,15 हजार का डीडी लिया था और तत्कालीन एंसॉफ्ट कंपनी ने मीटर रीडरो को अवगत कराया था कि कंपनी द्वारा कार्य छोड़ने के समय 15,15 हजार का डीडी वापस कर दिया जायेगा लेकिन लगभग दो वर्ष बाद भी अभी तक डीडी वापस नही किया गया जिसमे साफ प्रदर्शित होता है की इन गरीब मजदूरों का पैसा विभागीय अधिकारियों एवं कंपनी की मिलीभगत द्वारा डकार लिया गया। वही अधीक्षण अभियंता कार्यालय परिसर में चार एयर कंडीशनर निविदा करके लगवाया गया है लेकिन खंडों के द्वारा आपके कार्यालय को पत्र के द्वारा सूचित करने के बाद भी खंडों में एयर कंडीशनर की बेवस्था नही कराई गई यह भेदभाव उचित नहीं है।

वही जिला संरक्षक शिवदर्शन सिंह ने बताया कि विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की सांकेतिक हड़ताल जो मार्च 2023 महीने में हुई थी। जिसमे जनपद से 37 कर्मचारियों को कार्य पर न दिखाकर कार्य से हटा दिया गया था जिसमे तमाम संविदा कर्मियों ने आवेदन पत्र प्रस्तुत किया। जिस पर अवर अभियंता, उपखंड अधिकारी, तहसीलदार की रिपोर्ट प्रस्तुत हुई। जिसमे उन लोगो को प्राप्त दस्तावेज के आधार पर कार्य पर बताया गया है परंतु इन संविदा कर्मियों को अभी तक नही रखा गया है, जिसमे तत्काल सभी संविदा कर्मियों को कार्य पर रखा जाय। वही किसी भी खंड कार्यालय,उपखंड कार्यालय, एवं सभी उपकेंद्रों पर ना ही बैठने की व्यवस्था है ना ही शौचालय,पानी की व्यवस्था है और ना ही साफ सफाई होती है। वही विद्युत दफ्तरों में रिकार्ड रखे जाने की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण दीमक लग जा रहा है जिससे रिकार्ड के जल्द खराब होने की पूरी संभावना है। जिसमे विद्युत कर्मी मानसिक रूप से तनाव में ड्यूटी करते हैं। वही अधिशाषी अभियंता जमानिया हेमंत सिंह आए दिन तुगलकी फरमान से अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को बेवजह आर्थिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित करते रहते हैं। चाहे मीटर रीडर हो, संविदा कर्मी हो या फिर कोई बाबू हो सबके साथ इनके द्वारा दुर्व्यवहार किया जाता है जिसको लेकर इस अधिशाषी अभियंता के प्रति विद्युत कर्मियों में काफी तनाव की स्थिति बनी हुई है। हम मांग करते है कि ऐसे अधिकारियों को अपने स्तर से समझा दिया जाय नही तो संगठन जब आंदोलन करेगा तो फिर जमानिया से इनको जाना पड़ेगा। घेराव में जिला अध्यक्ष अरविंद कुशवाहा, जिला मंत्री विजयशंकार राय, मंडल अध्यक्ष अरविंद श्रीवास्तव सहित सैकड़ों की संख्या में विद्युत कर्मी मौजूद रहे।

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