ग्राम प्रधान और कोटेदार भी फाइलेरिया रोधी दवा सेवन के लिए कर रहे प्रेरित
दवा खाने से इन्कार करने वाले लोगों को जागरूक कर अभियान में कर रहे सहयोग
हाथीपांव से ग्रसित पीएसजी नेटवर्क के सदस्य बता रहे फाइलेरिया बीमारी की गंभीरता
दो सितंबर तक चलेगा एमडीए अभियान, फाइलेरिया से बचना है तो दवा का सेवन जरूर करें
गाजीपुर। सामुदायिक स्तर पर लोगों फाइलेरिया (हाथीपांव और हाइड्रोसिल) की गंभीरता के बारे में जागरूक करते हुए ग्राम प्रधान और कोटेदार जनपद में संचालित सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान में सहयोग कर रहे हैं। अभियान के दौरान वह लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इसके अलावा आशा कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्यकर्मियों के सामने दवा सेवन से इन्कार करने वाले लोगों को जागरूक कर उन्हें दवा का सेवन करा रहे हैं। इस कार्य में फाइलेरिया (हाथीपांव) से ग्रसित पेशेंट सपोर्ट ग्रुप नेटवर्क के सदस्य भी सहयोग कर रहे हैं। हाथीपांव से पीड़ित सदस्य लोगों को अपने सूजे हुए पैर की गंभीरता के बारे में बता रहे हैं, जिससे प्रभावित होकर लोग दवा का सेवन कर रहे हैं। अब तक 24 लाख 64 हजार से अधिक लोग दवा का सेवन कर चुके हैं।

कासिमाबाद ब्लॉक के सीधौत गाँव की प्रधान कृष्णावती ने बताया कि उन्होंने स्वयं और पूरे परिवार को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन किया है। जब उन्हें पता चला कि फाइलेरिया, लाइलाज बीमारी है। एक बार इसके लक्षण (हाथ-पैरों में सूजन) आ जाएं तो यह ज़िंदगी भर साथ रहता है। इसको कोई उपचार भी नहीं है। इसको सिर्फ एमडीए की दवा के सेवन से बचाया जा सकता है। इसलिए ग्रामीणों को दवा सेवन के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है। क्यामपुर गाँव के प्रधान दरसू राम ने बताया कि अभियान शुरू होते ही स्वास्थ्यकर्मी के सामने दवा का सेवन किया है। साथ ही परिवार सहित अन्य आसपास के घरों को भी दवा का सेवन स्वास्थ्यकर्मियों के सामने कराया है। गाँव के ऐसे लोग जो दवा खाने से डर रहे हैं या किसी सामान्य सर्दी खांसी या बुखार से ग्रसित होने पर दवा नहीं खा रहे हैं। उनको बताया जा रहा है कि इस दवा के सेवन से फाइलेरिया (हाथीपांव) जैसी गंभीर बीमारी से बचे रहेंगे। सामान्य सर्दी, खांसी या बुखार में भी इस दवा का सेवन किया जा सकता है। सिर्फ एक साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अति गंभीर रूप से बीमार मरीज को दवा का सेवन नहीं करना है।

इसी तरह सीधौत के कोटेदार गणेश चौहान और क्यामपुर के कोटेदार सुदामा यादव अपने लाभार्थियों को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गाजीपुर में फाइलेरिया मुक्त जनपद बनाने के लिए हम विभाग का पूरा सहयोग कर रहे हैं। जिला मलेरिया अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि फाइलेरिया की गंभीरता को देखते हुए एमडीए अभियान में ग्राम प्रधान, कोटेदार, हाथीपांव से ग्रसित मरीज समेत अन्य प्रभावशाली व्यक्तियों से सहयोग लिया जा रहा है। यह अभियान दो सितंबर तक चलेगा, जिसमें एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अति गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को छोड़कर सभी को डीईसी और एल्बेण्डाज़ोल की दवा का सेवन किया जा रहा है। फाइलेरिया का वाहक मच्छर क्यूलेक्स, जिंदगी भर के लिए दिव्यांग बना सकता है। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया (हाथीपांव) से बचाव के लिए दवा का सेवन जरूर करें।