
ग़ाज़ीपुर। बांग्लादेश में हो रहे नरसंहार, महिलाओं के साथ हो रहे दुराचार और हिन्दुओं की सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाये जाने एवं चिन्मय कृष्ण दास की अवैध गिरफ्तारी के विरोध में आज जन आक्रोश मार्च निकाला गया। यह मार्च शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए जिला मुख्यालय पहुंचा। जन आक्रोश मार्च के जरिये हिन्दू रक्षा समिति द्वारा बांग्लादेश सहित पूरे विश्व में हिन्दुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए देश की सरकार से हर सम्भव कदग उठाने की मांग की गई।


समिति ने कहा कि वर्तमान में बंग्लादेश राजनैतिक षडयन्त्र व अराजकता की दौर से गुजर रहा है। जिसमें वहाँ रहने वाले निर्दोष अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर धर्मान्धता के कारण अमानवीय अत्याचार किये जा रहे है। हिन्दुओं की सम्पत्तियों को लूटा जा रहा है। हिन्दू, महिलाओं पर घिनौने अत्याचार किये जा रहे है, उनकी आबरू लूट कर हत्या की जा रही है तथा जबरन धर्म परिर्वतन के लिए मजबूर किया जा रहा है। हिन्दुओ के घरो, मंदिरो व दुकानों को आग के हवाले किया जा रहा है। बांग्लादेश सरकार ने हिन्दुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार को लेकर रैली निकालने और राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के आरोप में 25 नवम्बर को इस्कान के चिन्मय कृष्णदास प्रभु को ढाका के हजरत शाहजलाल अन्तराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अवैधानिक रूप से गिरफतार किया है।


कहा कि बांग्लादेश की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए वहा शान्ती एवं सौहार्द कायम रखने हेतु भारत सरकार से व अन्य सरकारों से अपेक्षा है।आज गाजीपुर के सभी हिन्दू संगठन जिसमें व्यापारिक, सामाजिक, धार्मिक संगठनों द्वारा बांग्लादेश में हो रहे हिन्दुओं के प्रति अत्याचार के विरुद्ध जनाक्रोश मार्च किया गया तथा सभी ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। समिति द्वारा भारत सरकार को ज्ञापन भेजते हुए उचित कार्यवाही और इस्कान के प्रमुख चिन्मय कृष्णदास प्रभु एवं उनके दो सहयोगियों को बांग्लादेश सरकार अविलम्ब मुक्त करने की मांग की गई। इस दौरान मुख्य रूप से अशोक राय, नगरपालिका अध्यक्ष सरिता अग्रवाल, दीपक, विपिन, सूरज, अनुज, रवि राज, विनोद अग्रवाल, राजकुमार सिंह आदि मौजूद रहे।

