सीएम योगी ने जनता दरबार में छात्रों की मांग का लिया संज्ञान, ‘एक जनपद एक विश्वविद्यालय’ को मिला बल
गाजीपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गोरखपुर में जनता दर्शन के दौरान गाजीपुर में विश्वविद्यालय स्थापना की छात्रों की बहुप्रतीक्षित मांग पर त्वरित कार्यवाही का मार्ग प्रशस्त किया। मालूम हो कि विश्वविद्यालय निर्माण मंच के अध्यक्ष व पीजी कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष दीपक उपाध्याय ने स्वयं उपस्थित होकर मुख्यमंत्री को छात्रों की मांग से भरा एक पत्रक सौंपा।
पत्रक के माध्यम से बताया गया कि गाजीपुर में 360 से अधिक महाविद्यालय होने के बावजूद एक भी विश्वविद्यालय नहीं है। सभी महाविद्यालय लगभग 150 किलोमीटर दूर स्थित जौनपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं, जिससे लाखों छात्र छात्राओं को पंजीकरण से लेकर परीक्षा तक अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। श्री उपाध्याय ने बताया कि उनकी पिछली गुहार पर मुख्यमंत्री के निर्देश पर शासन स्तर से स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गाजीपुर को स्ववित्तपोषित राज्य विश्वविद्यालय हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए थे, परंतु महाविद्यालय से अपेक्षित सूचना अभी भी लंबित है।

दीपक उपाध्याय ने मुख्यमंत्री से निवेदन किया, “जिस प्रकार आपने यूपी कॉलेज को विश्वविद्यालय के रूप में अपग्रेड किया और भदोही के काशी नरेश पीजी कॉलेज को विश्वविद्यालय में अपग्रेड करने कि प्रक्रिया चल रही है, उसी तर्ज पर स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर को भी अपग्रेड करने की कृपा करें क्यूंकि ये विश्वविद्यालय बनने के सभी मानकों को पूरा करता है।”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छात्रों की विकट समस्या को अत्यंत गंभीरता से लिया। दीपक उपाध्याय के अनुसार, मुख्यमंत्री ने उन्हें आवश्यक कार्रवाई का भरोसा देते हुए कहा कि “गाजीपुर में विश्वविद्यालय की स्थापना सरकार की प्राथमिकता है।” सरकार की महत्वाकांक्षी ‘एक जनपद एक विश्वविद्यालय’ योजना के तहत, मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को गाजीपुर में एक स्ववित्तपोषित राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना और मौजूदा स्नातकोत्तर महाविद्यालय के उन्नयन की प्रक्रिया को प्राथमिकता एवं पूर्ण तत्परता से आगे बढ़ाने के तत्काल निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री का यह दूरदर्शी निर्णय गाजीपुर के शैक्षिक इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा, जो सीधे तौर पर ‘एक जनपद एक विश्वविद्यालय’ की परिकल्पना को साकार करेगा। विश्वविद्यालय निर्माण मंच और समूचे गाजीपुर जनपदवासियों ने इस ऐतिहासिक आश्वासन पर हार्दिक आभार व्यक्त किया है, क्योंकि यह पहल न केवल उच्च शिक्षा को सुलभ बनाएगी, बल्कि गाजीपुर को ज्ञान, अनुसंधान और प्रगति का एक जीवंत केंद्र बनाएगी।




