सीएमओ ने की अपील घर व आसपास रखें साफ-सफाई, न होने दें जलजमाव की स्थिति

गाजीपुर।जनपद में मच्छर जनित बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया आदि से बचाव के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सक्रिय है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनील पांडेय के निर्देशन में अप्रैल माह से ही चलाए गए संचारी रोगों के नियंत्रण हेतु ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में विभाग की ओर से आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। अब जिले में मच्छरों के लार्वा को खोजने के लिए डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स (डीबीसी) यानि घरेलू प्रजनन जांचकर्ता घर-घर भ्रमण कर रहे हैं। एक सप्ताह से अधिक जमा पानी को खाली करवा रहे हैं।
सीएमओ ने बताया कि निदेशक संचारी रोग उत्तर प्रदेश के निर्देशानुसार नगरीय क्षेत्र में वेक्टर जनित रोगो की रोकथाम और घर-घर लार्वा जांच के लिए 11 घरेलू प्रजनन जांचकर्ताओं को प्रशिक्षित कर जुलाई माह में तैनात किया गया है। यह सभी घरेलू प्रजनन जांचकर्ता घर या बाहर जमा पानी के स्रोतों पर मच्छरों के लार्वा की जांच कर रहे हैं। लार्वा प्रजनन स्रोत पाए जाने पर उनका विनष्टीकरण का कार्य भी कर रहे हैं। कूलर, टायर, टंकी आदि जगहों पर एक सप्ताह से अधिक जमा पानी को खाली करा रहे हैं और साफ-सफाई के बारे में जानकारी दे रहे हैं। साथ ही प्रचार-प्रसार सामग्री की सहायता से समुदाय को संचारी रोगों से बचाव के लिए ‘क्या करें-क्या न करें’ और ‘हर रविवार मच्छर पर वार’ के प्रति जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि समस्त जांचकर्ता नगर के सभी वार्डों खासकर मलिन बस्तियों और उच्च जोखिम वाले इलाकों में भ्रमण कर मच्छरों के लार्वा की जांच कर रहे हैं। एक दिन में कम से कम 50 घरों का भ्रमण कर रहे हैं। बुधवार को उन्होंने नगर पालिका क्षेत्र में करीब 523 घरों का भ्रमण कर गहन निरीक्षण किया था। कुछ घरों में लार्वा के स्रोतों को खाली कराकर साफ कराया। लोगों को जागरूक किया कि कूलर, टंकी, टायर, फ्रिज की ट्रे आदि जगहों पर एक सप्ताह से अधिक पानी न जमा होने दें। साफ-सफाई का ध्यान रखें। इस कार्य में समुदाय का सहयोग मिल रहा है।
सीएमओ डॉ सुनील पांडेय ने जनपदवासियों से अपील की है कि संचारी रोगों से बचाव के लिए आगामी त्योहारों के अवसर पर अपने घरों के आसपास साफ-सफाई रखें, झाड़ियां न उगने दें, जल जमाव की स्थिति पैदा नही होने दें, रुके हुए पानी में जला हुआ मोबिल ऑयल या लार्वा रोधी रसायन डालें, कूलर का पानी निकालकर सुखा दे, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें, कोई भी बुखार का लक्षण दिखे तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच एवं इलाज़ कराएं। बाहर के दूषित भोजन पानी का प्रयोग न करें। उन्होंने ‘हर रविवार मच्छर पर वार, खत्म करेंगे डेंगू, मलेरिया बुखार’ का संदेश दिया। उन्होने आगे बताया कि इस वर्ष डेंगू के केस विगत वर्षों की तुलना में कम सूचित हुए हैं। जिले में इस वर्ष अभी तक 19 केस सत्यापित हुए हैं जबकि वर्ष 2023 में इस तारीख तक 89 और 2024 में 16 मरीज सत्यापित हुए थे।गाजीपुर नगर पालिका में जहाँ विगत वर्षों मे काफी केस सूचित होते थे इस वर्ष अभी तक कोई भी मरीज सूचित नही हुआ है। जिले के सूचित मरीजों में से भी अधिकांश मरीज गैर जनपदों और प्रान्तों से ग्रसित होकर आए है। ये सभी मरीजों उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में मात्र दो सम्भावित मरीज ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती है। जनपद के सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों,प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जांच और उपचार की सुविधा उपलब्ध है। सीएमओ ने जनपद वासियों से अपील की है कि बुखार आने पर तत्काल अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल में जांच तथा उपचार कराए स्वयं अपना उपचार बिल्कुल न करे।