राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गाज़ीपुर में छह दिवसीय रोजगार योग्यता कार्यशाला का समापन
गाज़ीपुर। राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय महुआबाग में शनिवार को नंदी फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित छह दिवसीय रोजगार योग्यता (Employability Skills) कार्यशाला का आज सफल समापन हुआ। इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्राओं को आवश्यक व्यावसायिक, संचार एवं जीवन कौशलों से सुसज्जित कर उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाना था। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. अनीता कुमारी के मार्गदर्शन एवं कार्यशाला समन्वयक डॉ. शंभू शरण प्रसाद के कुशल संचालन में यह कार्यक्रम सफल रहा। नंदी फाउंडेशन के प्रशिक्षक मोहम्मद साकिब द्वारा संचालित इस प्रशिक्षण में छात्राओं ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया और व्यावहारिक सत्रों के माध्यम से आत्मविकास, पेशेवर व्यवहार तथा करियर निर्माण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त कीं।

छह दिवसीय प्रशिक्षण में कवर किए गए प्रमुख विषय:
पहला दिन: स्वयं की पहचान (Self-Awareness), शारीरिक भाषा (Body Language) और अंग्रेजी भाषा कौशल (English Language Skills) — छात्राओं ने अपनी शक्तियों एवं कमजोरियों की पहचान, हावभाव के महत्व और पेशेवर संवाद में अंग्रेजी के प्रभावी प्रयोग को समझा।
दूसरा दिन: लक्ष्य निर्धारण एवं समय प्रबंधन (Goal Setting and Time Management), रोजगार के अवसर (Job Opportunities) तथा स्वास्थ्य ही जीवन (Good Health–Good Life) — इस सत्र में छात्राओं ने लक्ष्य तय करने, समय का सदुपयोग करने, करियर अवसरों को पहचानने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के महत्व को सीखा।
तीसरा दिन: डिजिटल पहचान (Digital Identity) और पेशेवर संचार (Professional Communication) — छात्राओं को ऑनलाइन प्रोफेशनल पहचान बनाने, डिजिटल उपकरणों के जिम्मेदार उपयोग और प्रभावी संवाद की तकनीकों से परिचित कराया गया।
चौथा दिन: आलोचनात्मक चिंतन (Critical Thinking), व्यावसायिक नैतिकता (Professional Ethics) और मिनी प्रेजेंटेशन — इस दिन छात्राओं ने तार्किक एवं विश्लेषणात्मक सोच, नैतिक निर्णय लेने की क्षमता और समूह प्रस्तुति (Presentation) के माध्यम से आत्मविश्वास बढ़ाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया।
पाँचवाँ दिन: बायोडाटा निर्माण (Resume Preparation) और धन प्रबंधन (Money Management) — छात्राओं ने आकर्षक और प्रभावी बायोडाटा बनाने के साथ-साथ अपने व्यक्तिगत वित्त का प्रबंधन करने की कला सीखी।
छठा दिन: साक्षात्कार तैयारी (Interview Preparation) और समस्या समाधान (Problem Solving Skills) — अंतिम दिन छात्राओं को वास्तविक साक्षात्कार की तैयारी और तार्किक समस्या समाधान की विधियाँ सिखाई गईं। मॉक इंटरव्यू और चर्चाओं ने छात्राओं के आत्मविश्वास को और अधिक सशक्त किया।

समापन सत्र में प्राचार्या डॉ. अनीता कुमारी ने कार्यशाला में शामिल सभी छात्राओं की सक्रिय भागीदारी की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम महिलाओं को आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाने में अत्यंत सहायक सिद्ध होते हैं। इस अवसर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को पुरस्कार प्रदान किए गए तथा सभी प्रतिभागी छात्राओं को प्रमाणपत्र वितरित किए गए।

प्राचार्या ने यह भी घोषणा की कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का द्वितीय चरण जनवरी 2026 में आयोजित किया जाएगा, जिसके बाद प्लेसमेंट कैंप (Placement Camp) का आयोजन होगा। इस कैंप में इस प्रशिक्षण में भाग लेने वाली छात्राओं को साक्षात्कार में भाग लेने और चयन प्रक्रिया से गुजरने का अवसर प्रदान किया जाएगा।
कार्यक्रम का समापन कार्यशाला संयोजक डॉ. शंभू शरण प्रसाद द्वारा अध्यक्ष एवं प्रशिक्षक मोहम्मद साकिब को धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया।

यह छह दिवसीय कार्यशाला महिला सशक्तिकरण, कौशल विकास एवं रोजगार योग्यता संवर्धन की दिशा में एक प्रभावशाली पहल रही, जिसने छात्राओं के उज्जवल भविष्य की दिशा में एक मजबूत कदम स्थापित किया है।