अटल जी कि सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष की भी स्वीकारिता थी:मंत्री अनिल राजभर

अटल जी कि सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष की भी स्वीकारिता थी -अनिल राजभर
गाजीपुर। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्म शताब्दी वर्ष मे  बुधवार को भाजपा जखनियां द्वारा अटल स्मृति विधानसभा सम्मेलन का आयोजन पूर्व लोकसभा प्रत्याशी पारसनाथ राय कि अध्यक्षता में शबरी महिला महाविद्यालय, सिखड़ी के सभागार मे सम्पन्न हुआ। सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि अटल जी जैसे महामानव जिन्होंने इस देश की इस माटी के लिए काम किया उनको देश भूले नही इसके लिए भाजपा ने देश भर की सभी विधानसभाओं में अटल स्मृति का अभियान का कार्यक्रम चला रही है, जिसमें देश के प्रति अटल जी द्वारा किए गए कार्यों की चर्चा हो सके और ज्यादा से ज्यादा लोग उनके कार्य व्यवहार से अवगत हो सके। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की चर्चा हमे समाज में,अपने परिवार मे व बच्चों के साथ करने की भी जरूरत है हमारी आने वाली पिढीया अपने महापुरुषों को जाने तब जाकर यह कार्यक्रम सार्थक होगा।

उन्होंने कहा कि यह औपचारिक कार्यक्रम नहीं है यह महापुरुषों की स्मृतियों को देश भूले नहीं और आने वाली पीढ़ी उस पर गर्व करें उनके बारे में जाने इसके लिए पार्टी ने कार्यक्रम दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी महापुरुषों के द्वारा देखे गए सपनों के भारत का निर्माण कर रहे हैं यह हमारे लिए गर्व की बात है ।समाज की अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की चिंता हमारी सरकार कर रही है । प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई द्वारा विश्व की चिंता किए बगैर परमाणु परीक्षण आत्मरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की बुनियाद रखी थी।और आज उसकी इमारत मोदी जी खड़ा कर रहे हैं उर्जा वह परिवहन के क्षेत्र में काम करके देश को आगे बढ़ा सकते हैं यह सोच पं अटल बिहारी वाजपेई की थी आज स्वर्णिम चतुर्भुज योजना तेज गति से आगे बढ़ रही है ।

उन्होंने कहा कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी देश मे डॉक्टर इंजीनियर से ज्यादा श्रमिक पैदा हो रहे हैं आखिर क्यों यह सोचने की बात है लेकिन धन्य प्रधानमंत्री जी जिन्होंने देश को विकसित भारत बनाने का सपना लिया है अटल जी विचारों पर देश की सरकारे पहले चली होती तो आज सरकार कोको घर, शौचालय, नहीं बनवाना पड़ता। उन्होंने कहा कि मंडल स्तर पर चल रहे अटल आवासीय विद्यालय को हर जिले में बनवाने का निर्णय सरकार ने लिया है जहां सिर्फ श्रमिकों के बच्चे उचित सुविधाओ के साथ शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष की ज्यादा स्वीकारिता थी अटल जी जो अंतर्राष्ट्रीय अडचनों को सुलझाने का काम करते थे। उन्होंने कहा देश को गौरवशाली इतिहास कभी भूलना नहीं चाहिए महापुरुषों को जानने का अधिकार हमारी आने वाली पीढियां को है जिसके लिए समृद्ध इतिहास को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी हमारी है।


जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राय ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी के कार्यो का मूल्यांकन करना बहुत मुश्किल है। दुनिया के सदन में हिंदी का उद्बोधन अटल जी की देन है जिसके कारण आज हिन्दी और हिन्दूत्व का परचम विश्व में लहरा रहा है। सरकार की आज जितनी भी योजनाओं से देश का सम्मान व जन जन का कल्याण संभव हो रहा है वह अटल जी के मार्गदर्शन का परिणाम है।
आभार धन्यवाद व कार्यक्रम का समापन पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य डा मुराहू राजभर ने किया। विषय प्रस्तावना पारस नाथ राय व संचालन राजेश सोनकर ने किया।


सम्मेलन में भाजपा नेता देवव्रत चौबे, पारसनाथ सिंह आदि के निधन पर दो मिनट मौन रखकर मृतात्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
इस अवसर पर सरोज मिश्रा, अनिल पांडेय, जिला मीडिया प्रभारी शशिकान्त शर्मा, प्रमोद वर्मा, सुशील सिंह, इन्द्रदेव कुशवाहा,विरेन्द्र चौहान, दुर्गेश सिंह, संदीप सिंह सोनू, मृदुला पांडेय, मनोज यादव, गोदावरी राजभर, दयाशंकर सिंह, श्रवण सिंह अमृत चौहान सहित सभी मंडल अध्यक्ष व कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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