वसुधैव कुटुंबकम की संस्कृति है – डॉ. नितेश
गाज़ीपुर। जनपद के नगर क्षेत्र के शिवाजी बस्ती, दयानन्द बस्ती व गुरूबाग बस्ती मे हिन्दू सम्मेलन का आयोजन किया गया। दयानंद बस्ती का कार्यक्रम डीएवी मैदान पर आयोजित किया गया। विराट हिंदू सम्मेलन के मुख्य वक्ता जौनपुर विभाग के विभाग कार्यवाह डॉ नितेश ने बताया कि भारत की संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम एवं सर्व धर्म समभाव की है। सनातन धर्म हर जीव का कल्याण चाहता है। इसलिए मानवता, उपासना, आराधना, साधना एवं त्याग की भावना हर इंसान में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब हिंदू समाज संगठित और अनुशासित होगा, तभी भारत विश्व गुरु बन सकेगा।

एक संगठित और संयमित समाज ही राष्ट्र को परम वैभव की ओर ले जा सकता है। जब हिन्दू समाज में जाति पाति, ऊंच नीच का भेदभाव मिटकर एकता और समरसता आएगी, तभी एक मजबूत और विकसित व समर्थ भारत का निर्माण संभव है। उन्होंने कहा कि हिंदू स्व और समाज दोनों में संतुलन लाता है । सभा को संबोधित करते हुए डॉ नितेश ने आगे कहा कि सनातन धर्म ने ही संपूर्ण विश्व को जोड़ने का मंत्र ‘सर्वे भवन्तु सुखिनःदिया है। इसकी कल्पना केवल सनातन संस्कृति में ही मिलती है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सौ वर्षों की साधना और संतों की प्रेरणा से आज देश का हिंदू संगठित हुआ है।

उन्होंने आगे कहा कि अब लोग ‘भारतमाता की जय’ और ‘वंदेमातरम्’ बोलने के लिए तत्पर हैं। पर्वों और त्योहारों को समरस भाव से मनाया जा रहा है और जन्मभूमि को अपनी मां के समान माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना के सौ वर्ष पूरे हुए है इस अवसर पर संघ समाज के अंदर परिवर्तन के लिए पांच आयाम पर कार्य कर रहा हैं। ये पांच बाते सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, कुटुंब प्रबोधन, स्वदेशी भाव का जागरण और नागरिक कर्तव्यों का बोध के लिए समाज का जागरण कर रहा है।

उन्होंने कहा कि इन परिवर्तनों से हिंदू समाज की जय होगी और विश्व का कल्याण होगा, जिसमें सभी को अपनी भूमिका निभानी चाहिए। सम्मेलन में उन्होंने कहा कि संपत्ति, व्यवसाय, परिवार, पूजा पद्धति और पूजा स्थल तभी तक सुरक्षित हैं, जब तक हिंदू संगठित, सबल और समरस है। उन्होंने चेतावनी दी कि अन्यथा विधर्मी शक्तियां सनातन से दूर करने के लिए लगातार प्रयासरत रहेंगी। सामाजिक समरसता पर्यावरण शैलेन्द्र तिवारी, कुटुंब प्रबोधन उर्मिला सिंह, नागरिक कर्तव्य संतोष तिवारी, स्व बोध व हिंदुत्व आदित्य प्रकाश ने अपना विचार व्यक्त किया।

गुरूबाग मे आयोजित कार्यक्रम मे संगठित हिंदू विकसित एवं वैभवशाली भारत का आधार बस्ती में बोलते हुए मुख्य अतिथि माधव कृष्ण ने बताया कि श्रीराम को माता शबरी ने जिस भाव से श्रीराम का स्वागत किया इसका एक अविस्मरणीय प्रसंग की रचना वाल्मीकि रामायण में की गयी । इस तरह अयोध्या में एक सफाई कर्मी इसी भाव से वह रोज झाड़ू लगाता रहा और सड़कों के कांटे को साफ करता रहा और इसी आस में करता रहा उसे भगवान श्री राम दर्शन देंगे उसकी भगवान ने उसकी भी सुनी और वह भी बताया कि उसको भी श्रीराम के दर्शन हुए श्री राम का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। हिंदू के सनातन व्यवस्था में धर्म सर्वप्रथम होता है।

इस कार्यक्रम मे मंचासीन अतिथियो मे संत अंजनी दास को अशोक राय, तुलसीदास को कृपाशंकर राय, मातृ शक्ति से गायत्री राय के विभा पाल, व माधव कृष्ण को जिला संघचालक जयप्रकाश व अभिनव सिंह ने अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया। भाजपा के कृष्ण बिहारी राय, ओम प्रकाश बिन्द, सुग्रीव बिन्द, विजय नरायण, राम कुमार राय उपस्थित रहे।

हिंदू सम्मेलन के तहत नगर में तीसरे कार्यक्रम के दौरान श्री राम बस्ती के अंतर्गत सरस्वती शिशु मंदिर रायगंज में हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता मनोज विभाग बौद्धिक प्रमुख ने बताया समरसता कुटुंब प्रबोधन पर्यावरण संतुलन नागरिक कर्तव्य वह स्वदेशी पर बोलते हुए लोगों को धर्म के साथ-साथ पांच पुराण के भी याद दिलाए धर्म के मार्ग पर चलते हुए कर्तव्य और कर्म की महत्व के साथ समाज में समरसता कायम करने स्वदेशी का उपयोग करने परिवार को एक सूत्र में बांधने व पर्यावरण संतुलन जैसे कार्यों पर प्रकाश डाला। जिसमें नगर संचालक दीनदयाल, संजय, नगर प्रचारक विक्रम, नगर कार्यवाह अंजनी, सह नगर कार्यवाह अभिषेक, रासबिहारी राय, संजय आदि उपस्थित रहे।






















