राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विभागीय शोध समिति (डीआरसी) साक्षात्कार संपन्न
गाजीपुर। राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग में विभागीय शोध समिति (Departmental Research Committee – DRC) का साक्षात्कार सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस साक्षात्कार में पीएच.डी./शोध उपाधि हेतु पंजीकरण के लिए पात्र शोधार्थियों ने अपने शोध प्रस्ताव प्रस्तुत किए। इस अवसर पर विषय विशेषज्ञ के रूप में शिबली नेशनल पीजी कॉलेज आजमगढ़ के वरिष्ठ प्रोफेसर सुल्तान अहमद जी रहे। साक्षात्कार के दौरान शोधार्थियों के शोध विषय, उद्देश्य, कार्यविधि एवं विषय की प्रासंगिकता पर विस्तृत चर्चा की गई।
समिति के सदस्यों द्वारा शोध की गुणवत्ता, नवीनता एवं व्यवहारिक उपयोगिता के आधार पर मूल्यांकन किया गया। साक्षात्कार में समिति ने तीन शोधार्थियों क्रमशः मोहम्मद सरफराज, मनीषा यादव एवं कुमारी गीता के नाम को शोध उपाधि समिति (Research Degree Committee- RDC) के लिए अग्रसारित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय कि प्राचार्य प्रोफेसर, अनीता कुमारी ने साक्षात्कार के सफल आयोजन पर विभागीय शोध समिति एवं सभी शोधार्थियों को शुभकामनाएँ दीं और आशा व्यक्त किया कि यह शोध कार्य शैक्षणिक एवं सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
गाज़ीपुर। जनपद के नगर क्षेत्र के शिवाजी बस्ती, दयानन्द बस्ती व गुरूबाग बस्ती मे हिन्दू सम्मेलन का आयोजन किया गया। दयानंद बस्ती का कार्यक्रम डीएवी मैदान पर आयोजित किया गया। विराट हिंदू सम्मेलन के मुख्य वक्ता जौनपुर विभाग के विभाग कार्यवाह डॉ नितेश ने बताया कि भारत की संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम एवं सर्व धर्म समभाव की है। सनातन धर्म हर जीव का कल्याण चाहता है। इसलिए मानवता, उपासना, आराधना, साधना एवं त्याग की भावना हर इंसान में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब हिंदू समाज संगठित और अनुशासित होगा, तभी भारत विश्व गुरु बन सकेगा।
एक संगठित और संयमित समाज ही राष्ट्र को परम वैभव की ओर ले जा सकता है। जब हिन्दू समाज में जाति पाति, ऊंच नीच का भेदभाव मिटकर एकता और समरसता आएगी, तभी एक मजबूत और विकसित व समर्थ भारत का निर्माण संभव है। उन्होंने कहा कि हिंदू स्व और समाज दोनों में संतुलन लाता है । सभा को संबोधित करते हुए डॉ नितेश ने आगे कहा कि सनातन धर्म ने ही संपूर्ण विश्व को जोड़ने का मंत्र ‘सर्वे भवन्तु सुखिनःदिया है। इसकी कल्पना केवल सनातन संस्कृति में ही मिलती है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सौ वर्षों की साधना और संतों की प्रेरणा से आज देश का हिंदू संगठित हुआ है।
उन्होंने आगे कहा कि अब लोग ‘भारतमाता की जय’ और ‘वंदेमातरम्’ बोलने के लिए तत्पर हैं। पर्वों और त्योहारों को समरस भाव से मनाया जा रहा है और जन्मभूमि को अपनी मां के समान माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना के सौ वर्ष पूरे हुए है इस अवसर पर संघ समाज के अंदर परिवर्तन के लिए पांच आयाम पर कार्य कर रहा हैं। ये पांच बाते सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, कुटुंब प्रबोधन, स्वदेशी भाव का जागरण और नागरिक कर्तव्यों का बोध के लिए समाज का जागरण कर रहा है।
उन्होंने कहा कि इन परिवर्तनों से हिंदू समाज की जय होगी और विश्व का कल्याण होगा, जिसमें सभी को अपनी भूमिका निभानी चाहिए। सम्मेलन में उन्होंने कहा कि संपत्ति, व्यवसाय, परिवार, पूजा पद्धति और पूजा स्थल तभी तक सुरक्षित हैं, जब तक हिंदू संगठित, सबल और समरस है। उन्होंने चेतावनी दी कि अन्यथा विधर्मी शक्तियां सनातन से दूर करने के लिए लगातार प्रयासरत रहेंगी। सामाजिक समरसता पर्यावरण शैलेन्द्र तिवारी, कुटुंब प्रबोधन उर्मिला सिंह, नागरिक कर्तव्य संतोष तिवारी, स्व बोध व हिंदुत्व आदित्य प्रकाश ने अपना विचार व्यक्त किया।
गुरूबाग मे आयोजित कार्यक्रम मे संगठित हिंदू विकसित एवं वैभवशाली भारत का आधार बस्ती में बोलते हुए मुख्य अतिथि माधव कृष्ण ने बताया कि श्रीराम को माता शबरी ने जिस भाव से श्रीराम का स्वागत किया इसका एक अविस्मरणीय प्रसंग की रचना वाल्मीकि रामायण में की गयी । इस तरह अयोध्या में एक सफाई कर्मी इसी भाव से वह रोज झाड़ू लगाता रहा और सड़कों के कांटे को साफ करता रहा और इसी आस में करता रहा उसे भगवान श्री राम दर्शन देंगे उसकी भगवान ने उसकी भी सुनी और वह भी बताया कि उसको भी श्रीराम के दर्शन हुए श्री राम का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। हिंदू के सनातन व्यवस्था में धर्म सर्वप्रथम होता है।
इस कार्यक्रम मे मंचासीन अतिथियो मे संत अंजनी दास को अशोक राय, तुलसीदास को कृपाशंकर राय, मातृ शक्ति से गायत्री राय के विभा पाल, व माधव कृष्ण को जिला संघचालक जयप्रकाश व अभिनव सिंह ने अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया। भाजपा के कृष्ण बिहारी राय, ओम प्रकाश बिन्द, सुग्रीव बिन्द, विजय नरायण, राम कुमार राय उपस्थित रहे।
हिंदू सम्मेलन के तहत नगर में तीसरे कार्यक्रम के दौरान श्री राम बस्ती के अंतर्गत सरस्वती शिशु मंदिर रायगंज में हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता मनोज विभाग बौद्धिक प्रमुख ने बताया समरसता कुटुंब प्रबोधन पर्यावरण संतुलन नागरिक कर्तव्य वह स्वदेशी पर बोलते हुए लोगों को धर्म के साथ-साथ पांच पुराण के भी याद दिलाए धर्म के मार्ग पर चलते हुए कर्तव्य और कर्म की महत्व के साथ समाज में समरसता कायम करने स्वदेशी का उपयोग करने परिवार को एक सूत्र में बांधने व पर्यावरण संतुलन जैसे कार्यों पर प्रकाश डाला। जिसमें नगर संचालक दीनदयाल, संजय, नगर प्रचारक विक्रम, नगर कार्यवाह अंजनी, सह नगर कार्यवाह अभिषेक, रासबिहारी राय, संजय आदि उपस्थित रहे।
गाजीपुर में राष्ट्रीय सम्मेलन एवं जीवन रक्षक सम्मान समारोह का होगा आयोजन
गाजीपुर। जीवन रक्षक फाउंडेशन की बैठक रविवार को अभिनय एकेडमी आमघाट में सम्पन्न हुई। बैठक में 1 फरवरी 2026 दिन रविवार को बंधवा स्थित शहनाई पैलेस में जीवन रक्षक फाउंडेशन के द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन एवं जीवन रक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम करने पर चर्चा की गई। इस समारोह में उत्तर प्रदेश के 75 जिलों व देश के 28 राज्यों से रक्तदान के क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं/रक्तदाताओं व संस्था के लगभग 300 रक्तवीरों को सम्मानित किया जायेगा। इस समारोह में अन्य रक्तदाताओं के साथ 11 शतकवीर रक्तदाता, 21 अर्धशतकवीर रक्तदाताओं के साथ 3 प्रमुख सम्मान भी दिये जायेंगे। जिसमें 200 सें अधिक रक्तदान करने वाले एक रक्तदाता को रक्त शिरोमणि सम्मान, जनपद के एक चिकित्सक को चिकित्सा शिरोमणि सम्मान व जनपद के एक समाजसेवी को श्रेष्ठ सेवा शिरोमणि सम्मान से सम्मानित किया जायेगा।
आप को बता दें कि जीवन रक्षक फाउंडेशन 2021 से गाजीपुर में रक्तदान के क्षेत्र में कार्य कर रही है। जिसके द्वारा 2200 से अधिक जरूरतमंदों को रक्त मुहैया कराया जा चुका है। संस्था को अब तक 6 राज्यों में सम्मानित किया जा चुका है। जिसमें जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा व हरियाणा के मुख्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर के द्वारा सम्मानित किया गया है। बैठक में संस्थापक शीर्ष दीप शर्मा ने कहा कि यह समारोह संस्था ही नही बल्कि पूरे गाजीपुर के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य रक्तदान को बढावा देना तथा अन्य जनपदों व राज्यों में यदि गाजीपुर के व्यक्ति को ब्लड की आवश्यकता हो तो उसकी मदद कराई जा सके। बैठक में एड.उपेन्द्र कुमार भारती, संजीव अरूण कुमार, अनुज राय, मुकेश व रंजीत वर्मा उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता संस्थापक शीर्ष दीप शर्मा ने व संचालन सह-सचिव सुरजीत कुमार ने की।
राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग में पीएच.डी. डीआरसी संपन्न, दो छात्राओं का चयन
गाजीपुर। राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, महुआबाग में शनिवार को वनस्पति विज्ञान विभाग में पीएच.डी. शोध प्रवेश हेतु विभागीय शोध समिति (डी.आर.सी) की बैठक संपन्न हुई। यह बैठक डॉ. आनन्द कुमार चौधरी एवं डॉ हसीन अहमद के निर्देशन में आयोजित की गई। विषय विशेषज्ञ के रूप में गोरखपुर विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. अनिल कुमार द्विवेदी शामिल हुए।इस अवसर पर डॉ. अनिल कुमार द्विवेदी ने कहा कि पीएच.डी. शोध केवल उपाधि प्राप्त करने की प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह वैज्ञानिक दृष्टिकोण, तार्किक विवेक एवं नवाचार की भावना को विकसित करने का सशक्त माध्यम है।
शोधार्थियों को चाहिए कि वे जिज्ञासा, अनुशासन और वैज्ञानिक नैतिकता के साथ शोध कार्य करें, जिससे शोध समाज एवं पर्यावरण के लिए उपयोगी सिद्ध हो सके। विश्वविद्यालय के निर्धारित मानकों के अनुसार अभ्यर्थियों के शैक्षणिक अभिलेखों, शोध प्रस्ताव प्रस्तुतिकरण एवं साक्षात्कार के आधार पर दो अभ्यर्थियों का चयन पीएच.डी. शोध कार्य हेतु किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य एवं वनस्पति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सर्वेश कुमार सिंह ने डीआरसी के सफल आयोजन हेतु सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। इस दौरान चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी श्री जबीउल्लाह एवं अंजनी ने विशेष योगदान और सहयोग दिया।
खेलकूद शैक्षिक पाठ्यक्रमों के अनिवार्य अंग हैं- प्रो. वी के राय, प्राचार्य
गाजीपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर की अंतर महाविद्यालयीय महिला क्रिकेट (महिला) प्रतियोगिता सत्र 2025-26 के द्वि- दिवसीय आयोजन का समापन शुक्रवार को संपन्न हुआ। प्रतियोगिता में सूर्यबली महाविद्यालय, जौनपुर की टीम प्रथम स्थान पर रही जबकि पांचू राम महाविद्यालय की टीम उपजेता रही। मेजबान स्वामी सहजानन्द पीजी कालेज, गाजीपुर की टीम को प्रतियोगिता में तीसरा स्थान मिला। प्रतियोगिता में कुल पांच टीमों ने प्रतिभाग किया।प्रतियोगिता का पहला सेमी फाइनल मैच स्वामी सहजानन्द पीजी कालेज तथा सूर्यबली महाविद्यालय, जौनपुर के बीच हुआ। सूर्यबली महाविद्यालय की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 125 रन का स्कोर बनाया जिसके जवाब में सहजानन्द की टीम 118 रन बना कर आल-आउट हो गई। दूसरा सेमी फाइनल मैच मडियाहूं पीजी कॉलेज, जौनपुर तथा पांचू राम महाविद्यालय, जौनपुर के बीच खेला गया जिसमें मडियाहूं पी जी कालेज की टीम मात्र 73 रन बना कर आल-आउट हो गई. जवाब में पांचू राम महाविद्यालय, जौनपुर ने 2 विकेट खो कर लक्ष्य की पूर्ति कर 8 विकेट से मैच जीत लिया।
ज्ञातव्य है कि इस प्रतियोगित के माध्यम से ही वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की 14 सदस्यीय महिला क्रिकेट टीम का चयन होना है. मुख्य चयनकर्ता और पर्यवेक्षक के रूप में सुश्री अलका सिंह पूरे प्रतियोगिता के दौरान मौजूद रहीं। प्रतियोगिता के समापन समारोह में प्रतिभागी टीमों की खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. (डा.) वी के राय ने कहा कि खेलकूद शैक्षिक पाठयक्रमों के अनिवार्य अंग के रूप मे लिए जाने चाहिए। खेल प्रतियोगिताओं से दर असल जीवन को सकारत्मक रूप से समग्रता में जीने की प्रेरणा मिलती है। प्रो. राय ने प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए खेल-कूद विभाग के अध्यक्ष डॉ. रामधारी राम तथा खेल प्रशिक्षक श्री संजय राय सहित पूरे आयोजन समिति को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक कर्मचारी डा. विलोक सिंह , डॉ रामधारी राम, डॉ. कृष्णानन्द चतुर्वेदी, डॉ. राकेश पाण्डेय, डॉ. अवधेश पाण्डेय, डॉ. सतीश राय, डॉ. देव प्रकाश राय, डॉ. नित्यानंद राय, शशांक राय, प्रवीण राय, समीर राय, सत्येंद्र राय, डॉ. कंचन सिंह, डॉ. विभा राय, शरद राय, आदि के साथ सैकड़ों की संख्या मे छात्र- छात्राएं उपस्थित थे।
गाजीपुर। शनिवार को जनपद के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज महुआबाग में माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत आयोजित करियर मेला “पंख- 2025” का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) दिनेश कुमार, विशिष्ट अतिथि मनोवैज्ञानिक डॉ शिव कुमार एवं एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला विद्यालय निरीक्षक श्री प्रकाश सिंह द्वारा सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन द्वारा किया गया।
इस अवसर पर मेजबान जीजीआईसी, महुआबाग की छात्राओं द्वारा आकर्षक तरीके से सरस्वती वंदना, स्वागतगीत, एकल शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया गया जबकि राजकीय हाईस्कूल रेवतीपुर की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत योग नृत्य कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा। जनपद स्तरीय कैरियर मेले में जनपद के समस्त 28 राजकीय माध्यमिक विद्यालयो द्वारा प्रतिभाग किया गया। विभिन्न राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों ने अपने मार्गदर्शक शिक्षकों की देखरेख में विभिन्न व्यवसायों/कैरियर से संबंधित गैजेट्स, वस्तुओं, चार्ट पोस्टर एवं उनकी वेशभूषा में स्वयं को प्रस्तुत कर सबका ध्यान आकर्षित किया।
मुख्य अतिथि एवं आगंतुकों के भ्रमण के दौरान उन्होंने अपनी पसंदीदा कैरियर की अनिवार्यताओं, अहर्ताओं और उसके भविष्य के बारे में अपने विचार एवं मॉडल प्रस्तुत किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने 12वीं शिक्षा के बाद जीव विज्ञान वर्ग, भौतिक विज्ञान वर्ग के साथ-साथ, पुलिस, चिकित्सा, शिक्षक, सौंदर्य, फैशन, चित्रकला, मेहंदी, हैंडीक्राफ्ट, कृषि, पशुपालन, आदि कैरियर क्षेत्र के बारे प्रमुख रूप से प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि अपर जिलाधिकारी दिनेश कुमार ने विद्यार्थियों को अपने परिवेश के व्यवसाय पर दृष्टि रखने और जीवन में आगे बढ़ने एवं हौसलों को पंख देने की बात कही। उन्होंने जीवन में सफल होने के लिए अपनी योग्यता को निरंतर विकसित करने का भी आवाहन किया।
इस अवसर पर कैरियर परामर्शदाता एवं मनोवैज्ञानिक डॉ शिव कुमार ने विस्तार पूर्वक अपनी बात रखते हुए उपस्थित विद्यार्थियों को सर्वप्रथम अपने अध्ययन विषय से जुड़े रोजगार के बारे में अपने शिक्षकों से जानने का आग्रह किया। उन्होंने विद्यार्थियों को नियमित रूप से रोजगार समाचार पढ़ने, एवं विभिन्न प्रकार की नौकरियों के विज्ञापनों को जानने की बात कही ताकि वे विभिन्न प्रकार के सरकारी एवं निजी विभागों की सेवाओं और उनसे जुड़ी शैक्षिक योग्यताओं के बारे में परिचित हो सके। इसके साथ ही आसपास के व्यवसाय एवं विभिन्न पेशों के बारे में भी जानकारी एकत्र करने की सलाह दी।
कहा कि आपके अनुसार परिवार एवं सामाजिक पृष्ठभूमि के साथ-साथ माता-पिता एवं शिक्षकों की भूमिका व्यवसाय एवं कैरियर चयन में महत्वपूर्ण होती है। इसलिए विद्यार्थियों को अपने परिवार के सदस्यों की शिक्षा, उनके कौशल, व्यवसाय एवं आमदनी के बारे में भी जागरूक होना चाहिए, तभी आप अपनी भविष्य के लिए संतुष्टिकारी कैरियर एवं व्यवसाय का चुनाव कर सकेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक श्री प्रकाश सिंह ने इस भव्य एवं सुव्यवस्थित आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि माध्यमिक शिक्षा की यह पहल है कि 12वीं का विद्यार्थी अपनी पढ़ाई पूरी करने के साथ-साथ आगामी जीवन के विभिन्न प्रमुख व्यवसायों एवं रोजगार के क्षेत्र से अनिवार्य रूप से परिचित हो सके तथा अपनी रुचि एवं क्षमता के अनुरूप विषयों का भविष्य में चयन कर सकें।
आपने विद्यार्थियों की प्रस्तुतियां की सराहना करते हुए नोडल शिक्षकों के प्रयासों की सराहना किया। कार्यक्रम का सफल संचालन श्री जितेंद्र कुमार यादव एवं आभार ज्ञापन श्री कुश राय, समन्वयक समग्र शिक्षा द्वारा किया गया। इस अवसर पर उपस्थित सभी प्रधानाचार्य एवं नोडल शिक्षकों को मुख्य अतिथि द्वारा स्मृति चिन्ह एवं विद्यार्थियों को मेडल प्रदान किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्रीमती मालविका सिंह, श्रीमती वंदना भारती, श्रीमती शीला सिंह, श्री महेंद्र गुप्ता, डॉ वंदना यादव, डॉ नेहा पाठक, श्री संदीप यादव आदि प्रधानाचार्य एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे । यह जनपद स्तरीय कैरियर मेला पूरे हर्षोल्लास एवं भव्यता के साथ दिनांक 16 दिसंबर को सम्पन्न हुआ।
गाजीपुर। जिलाधिकारी अविनाश कुमार की अध्यक्षता में कलेक्टेªट कार्यालय कक्ष में शुक्रवार को बेटी बचाओं बेटी पढाओं तथा बाल विवाह मुक्त भारत पर बैठक ली। बैठक मंे जिलाधिकारी द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार कराने तथा 100 दिवसीय बाल विवाह का सफलता पूर्वक अभियान चलाये जाने हेतु निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, पुलिस विभाग, जिला विद्यालय निशैक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से समन्वय करते हुए रोस्टर अनुसार जागरूकता कार्यक्रम कराया जाय। उक्त बैठक में गठित समिति के सभी सदस्य उपस्थित रहें। अपर जिलाधिकारी वि0/रा0, सचिव विधिक सेवा प्राधिकर, प्रोबेशन अधिकारी एवं अन्य समिति के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
ग़ाज़ीपुर। सिविल बार संघ के आगामी चुनाव में वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेश चंद्र श्रीवास्तव ने अध्यक्ष पद हेतु अपना नामांकन शुक्रवार को दाखिल किया। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित विद्वान अधिवक्ताओं एवं सम्मानित समर्थकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि यदि उन्हें अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी जाती है, तो बार एवं अधिवक्ताओं के हित उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेंगे। उन्होंने कहा कि वे एक वरिष्ठ अधिवक्ता होने के साथ-साथ एक सक्रिय राजनेता भी हैं तथा शासन–प्रशासन के सहयोग से बार और अधिवक्ताओं को बेहतर सुविधाएँ और सेवाएँ उपलब्ध कराने का हर संभव प्रयास करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी निरंतर कोशिश रहेगी कि वादकारी हित में बार और बेंच के बीच बेहतर समन्वय बना रहे। उन्होंने स्पष्ट किया कि बार सदैव बेंच का सम्मान करती रही है और आगे भी करेगी, साथ ही बेंच से भी बार के सम्मान की अपेक्षा रखी जाती है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि बार और अधिवक्ताओं के अधिकारों व हितों की रक्षा के लिए वे हर स्तर पर संघर्ष करने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।
गाजीपुर। जिलाधिकारी अविनाश कुमार की अध्यक्षता में एन-कार्ड की जनपद स्तरीय समिति की बैठक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय कक्ष में संपन्न हुई। जिलाधिकारी ने एन-कार्ड की जनपद स्तरीय समिति की बैठक में निर्देशित किया कि सार्वजनिक स्थानों पर जहां ड्रग्स के साथ किसी प्रकार की मादक पदार्थो की बिक्री की संभावना हो, वहां नियमित पेट्रोलिंग की जाए, जनजागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, समय समय पर निरीक्षण व आकस्मिक चेकिंग तथा मेडिकल स्टोरो का लाईसेंस चेक किया जाये।
जिलाधिकारी ने सम्बन्धित को निर्देशित किया कि हीरोईन तस्करो को निरंतर निगरानी करते हए कड़ी कारवाही की जाय। उन्होने अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक एंव पुलिस अधिकारी की संयुक्त टीम द्वारा नशे के विरूद्ध जागरूकता सम्बन्धित आयोजन का निर्देश देते हुए छात्राओ एवं युवाओ को नशे के दुष्टपरिणाम के विषय मे निरन्तर जागरूक किया जाये। उन्होने सीजर सैंपल की आख्या समयान्तर्गत प्रेषित करने के साथ नशीली दवाओ/ड्रग्स पर कार्यवाही करते हुए अधिक से अधिक बरामदगी का निर्देश दिया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 दिनेश कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
सांसद संगीता बलवंत ने गाजीपुर – मऊ रेल लाइन परियोजना शुरू करने और ओवर ब्रिज बनवाने के लिए रेल मंत्री को दिया पत्रक।
गाजीपुर। शुक्रवार को दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से राज्यसभा सांसद ने शिष्टाचार मुलाकात की। डा. संगीता बलवंत ने बताया की पूर्व में मैंने सदन के माध्यम से रेलवे क्रॉसिंग जमानियां, दिलदारनगर, भदौरा, दुल्लहपुर, सैदपुर, सहेड़ी, महराजगंज बजार, फुल्लनपुर और जखनिया क्रासिंगों पर ओवर ब्रिज या अंडर पास बनवाने की मांग रखी थी।
साथ ही गाजीपुर सिटी – मऊ रेल लाइन विस्तारीकरण परियोजना को पुनः चालू कराने की मांग की थी जिसके संबंध में आज केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से मुलाकात कर उक्त समस्या को पत्र के माध्यम से अवगत कराया।