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सईदा फ़ैज़ अंतर विद्यालयी बाद-विवाद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

गाजीपुर। शाह फ़ैज़ पब्लिक स्कूल में ‘सईदा फ़ैज़ अंतर विद्यालयी बाद- विवाद प्रतियोगिता’ का आयोजन प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी शनिवार को किया गया। कार्यक्रम का आरंभ प्रार्थना सभा  से किया गया। विद्यालय की निदेशिका डॉ मीना अदहमी ने फूलों का गुच्छ देकर अतिथियों का स्वागत किया। उसके बाद विद्यालय के निदेशक द्वारा निर्णायक मंडल का परिचय एवं छात्रों का उत्साह वर्धन किया गया। वाद- विवाद प्रतियोगिता के लिए उच्च वर्ग का विषय था -Can artificial intelligence replace human intelligence ?और कनिष्ठ वर्ग का विषय Is Digital technology making children’s life better?  प्रतियोगिता में जिले के दस विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया तथा सबने पक्ष एवं विपक्ष में अपने विचारों को व्यक्त किया ।

निर्णायक मंडल में पीजी कॉलेज गाजीपुर की सहायक प्रवक्ता डॉ आस्था सिंह एवं राजकीय महिला विद्यालय की प्रवक्ता मनोरमा सिंह ने बच्चों की बातों को ध्यान से सुनते हुए उनकी प्रतिभा का अवलोकन किया। यद्यपि बच्चों की प्रतिभा को देखते हुए निर्णय लेना बहुत मुश्किल रहा फिर भी कुछ मुख्य बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया गया। कनिष्ठ वर्ग में प्रथम स्थान पर सनशाइन पब्लिक स्कूल, द्वितीय स्थान पर सेंट जॉन्स स्कूल, तृतीय स्थान पर शाह फ़ैज़ पब्लिक स्कूल एवं एम जे आरपी पब्लिक स्कूल रहा। उच्च वर्ग में प्रथम स्थान पर सेंट जांस स्कूल, द्वितीय स्थान पर स्कालर पब्लिक स्कूल एवं शाह फ़ैज़ पब्लिक स्कूल,, तृतीय स्थान पर सन साइन पब्लिक स्कूल रहा।

सम्पूर्ण में प्रथम स्थान पर सेंट जॉन्स स्कूल, द्वितीय स्थान पर शाह फ़ैज़ पब्लिक स्कूल तथा तृतीय स्थान पर सनशाइन पब्लिक स्कूल रहा। प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं  को₹2000, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को 1500 रुपए, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को 1000 रुपए तथा सर्वश्रेष्ठ वक्ता के रूप में सनशाइन पब्लिक स्कूल के छात्र फैजान अहमद को 500 रुपए , प्रशस्ति पत्र एवं सम्मान चिन्ह दिया गया। 

मनोरमा सिंह एवं डॉ आस्था सिंह ने बच्चों की प्रतिभा की सराहना करते हुए उनका उत्साह बर्धन किया।उक्त अवसर पर निर्णायक मंडल डॉ आस्था सिंह एवं मनोरमा सिंह, विद्यालय के निदेशक डॉ नदीम अदहमी , निदेशिका डॉ मीना अदहमी, प्रधानाचार्य इकरामुल हक , उपप्रधानाचार्य हनीफ अहमद, शिक्षक- शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं एवं पूर्व अध्यापिका आभा सिन्हा तथा जिले के विभिन्न विद्यालयों से आए हुए शिक्षक- शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

मुख्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर निदेशक ने सम्मानित किया । कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के अध्यापक मनोज बरनवाल ने किया तथा सभा का समापन करते हुए विद्यालय की निर्देशिका डॉ मीना अदहमी ने बच्चों से कहा कि अपने ज्ञान और हिम्मत के द्वारा आप सफलता को प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ।

सांध्वी सुमनपुरी का भारत भ्रमण यात्रा नगर में

सांध्वी सुमनपुरी का भारत भ्रमण यात्रा नगर में
गाजीपुर। भारत दर्शन के उद्देश्य को लेकर भारत भ्रमण यात्रा कर रही सांध्वी सुमनपुरी दीदी आज सोमवार को गाजीपुर नगर में पहुंची जहां पर प्रातः काल नगर के माधव बस्ती में अपर शासकीय अधिवक्ता नीरज के आवास पर संघ प्रार्थना के समापन के पश्चात भगवा ध्वज के नेतृत्व मे नगर यात्रा का प्रारंभ हुआ। यह पद यात्रा प्रकाश नगर चौराहे से होते हुए श्रीराम लीला लंका, सकलेनाबाद दुर्गा चौक होते हुए महुआबाग, झुन्नूलाल का चौराहा, बैजनाथ चौक प्रकाश टॉकीज, टाउन हॉल, स्टीमर घाट पहुंचकर समापन हुआ और ध्वज प्रणाम के पश्चात पद यात्रा स्वयंसेवक वरूण के आवास पर कार्यक्रम समापन हुआ।

इस यात्रा की जानकारी देते हुए सांध्वी सुमनपुरी दीदी ने बताया कि 4 वर्ष की यह यात्रा अगस्त 2024 में प्रारंभ होकर सन 2028 तक चलेगी। इस यात्रा की शुरुआत 12 ज्योतिर्लिंग में से एक सोमनाथ महादेव सौराष्ट्र प्रांत से प्रारंभ होकर उज्जैन से अयोध्या भगवान श्रीराम मंदिर होते हुए काशी विश्वनाथ धाम पहुंची है और आगे बैजनाथ धाम जाएगी तत्पश्चात यह यात्रा श्रीकाशी, बैजनाथ धाम से प्रयागराज, चित्रकूट होते हुए दक्षिण के श्री रामेश्वरम तक यात्रा करते हुए केरल प्रान्त स्थित केन्द्र पर सन् 2028 मे इस यात्रा का समापन होगा। भारत भ्रमण यात्रा के दौरान 10 प्रान्त की यात्रा अब तक हो चुकी है।

जिसमें पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तराखंड, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश मे चल रही है। इसके पश्चात बिहार के बक्सर मे प्रवेश करेगी। इस यात्रा के माध्यम से देश के प्रत्येक घरो मे कुटुंब प्रबोधन, समरसता, पर्यावरण, स्वदेशी अपनाने व नागरिक कतर्व्य की भावना जगाकर राष्ट्रीय प्रेम जागृत करना है। घर घर जाकर परिवार से मिलकर माताओ, बहनो व सज्जन शक्ति को जगाना है। तभी हम एक अखण्ड भारत का निर्माण कर सकते है।

इस पद यात्रा में सभी भक्त श्रीराम जय राम जय जय राम व भारत माता की जय, बन्देमातरम के नारो से गुंजायमान रहा। इस पदयात्रा में जिला प्रचारक प्रभात, जिला प्रचार प्रमुख चन्द्रकुमार, नगर संचालक दीनदयाल, नगर कार्यवाह अंजनी, सह नगर कार्यवाह अभिषेक, जिला शासकीय अधिवक्ता कृपाशंकर राय, कृष्णबिहारी राय भाजपा, विजय नरायन राय, अवधेश सिंह, संजय, गिरधर चौरसिया, अजय तिवारी, राजेश श्रीवास्तव, धन्नू जायसवाल सहित दर्जना लोग शामिल रहे।

डीएम को सौंपा 10 हजार हस्ताक्षर अभियान का ज्ञापन

गाजीपुर। जिले में जर्जर सड़कों को लेकर चल रहे हस्ताक्षर अभियान के समापन के बाद जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा गया है। समाजसेवी विवेक कुमार सिंह शम्मी के नेतृत्व में चलाए गए इस अभियान में 10 हजार शहरवासियों के हस्ताक्षर शामिल हैं। ज्ञापन में पिछले सात वर्षों से चल रहे सीवर कार्य के कारण सड़कों की खराब स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई है। शम्मी सिंह ने बताया कि गाजीपुर नगरीय क्षेत्र में पिछले सात वर्षों से सीवर का कार्य जारी है। नगर के प्रमुख मार्गों पर दो वर्ष पहले ही कार्य समाप्त हो चुका है, लेकिन कार्यदायी संस्थाओं द्वारा इन सड़कों की मरम्मत नहीं कराई गई है।सड़कों की खराब स्थिति के कारण शहरवासियों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। आए दिन लोग दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं, और धूल व गंदगी के कारण बीमारियों का सामना कर रहे हैं।

लोगों ने जिलाधिकारी से मांग किया कि पिछले सात वर्षों में शहरी क्षेत्र में सीवर निर्माण कंपनी, जल निगम, नमामि गंगे प्रोजेक्ट, नगर पालिका और पीडब्ल्यूडी जैसी कार्यदायी संस्थाओं द्वारा किए गए कार्यों की जांच की जाए। अनियमितता पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाए और जिम्मेदार व्यक्ति या फर्म पर मुकदमा दर्ज किया जाए। इसके साथ ही वर्तमान में चल रहे कार्यों की निगरानी के लिए सक्षम अधिकारियों की एक समिति गठित की जाए। यह समिति कार्य की गुणवत्ता और समय सीमा के भीतर कार्य पूरा होने को सुनिश्चित करेगी। पत्रक देने वालों में क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह, राजेश प्रजापति, अनुज भारती(पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष) आलोक सिंह (पूर्व छात्र नेता)व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष आसिफ खान, संजय सिंह, प्रशांत सिंह, बृजेश राय, समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।

वीरागंना लक्ष्मी बाई छात्राओ के लिए प्रेरणासा्रेत

वीरागंना लक्ष्मी बाई छात्राओ के लिए प्रेरणासा्रेत
गाजीपुर। महारानी रानी लक्ष्मी बाई के जयन्ती पर राष्ट्र सेविका समिति के तत्वाधान में रानी लक्ष्मी बाई इण्टर कालेज फुल्लनपुर में बुधवार को धूमधाम से मनाया गया। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सह नगर कार्यवाहिका प्रियंका ने महारानी लक्ष्मी बाई के चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर मार्लापण किया गया। कार्यक्रम का उदबोधन करते हुए मुख्य अतिथि ने बताया की महारानी लक्ष्मी बाई महिलाओ के लिए प्रेरणास्रोत रही है सन् 1857 की का्रन्ति बिगुल में उन्होने अग्रेजो के साथ जो आजादी को लेकर जो संघर्ष किया वो आज पूरे दुनिया के लिए एक मिशाल बन गया। महारानी लक्ष्मी बाई बचपन से ही बहुत कुस्राग बृद्धि व युद्धकौशल की महारत हासिल कर लिया था। इनके बचपन का नाम मनू था जिनका जन्म 19 नवम्बर 1828 में वाराणसी में हुआ और काशी से मराठवाड़ा तक का सफर तय करते हुए जिनके कुशल नेतृत्वकर्ता के बल पर उनका विवाह मराठा गंगाधर राव से 1942 में हुआ जो झांसी के राजकुमार से हुआ।

इनका एक पुत्र. दामोदर राव हुआ। इनके पति गंगाधर राव की मृत्यु 1853 में हो गयी। मृत्यु के पश्चात इन्होने पुरे झांसी का राज सम्भांला और अंग्रेजो के खिलाफ कं्रान्ति छेड़ दी। पूरे मराठो का नेतृत्व करते हुए अंग्रेजा से कई युद्ध किये और अपने रणकौशल व तलवार कला मे निपूण होने के चलते अंग्रेज उनके सामने टीक न सके और अंग्रेजो को मुंहतोड़ जबाब देते हुए विजय श्री हासिल की। अंग्रेजो ने लक्ष्मी बााई को परास्त करने के लिए छल का प्रयोग करते हुुए बाटो और राज करो की नीति अपनायी और अग्रेजो व रानी लक्ष्मी बाई के बीच फूलबाग ग्वालियर के मैदान मे घोर युद्ध चला और 29 वर्ष के उम्र में 18 जून 1858 को युद्ध के दौरान वीरगति को प्राप्त हुई। जो मराठा मे वीरागंना लक्ष्मीबाई के नाम से विख्यात हुई। इस अवसर पर विद्यालय के छात्राओ ने रानी लक्ष्मी बाई की विभिन्न झांकियां निकाली और उनके प्रेरक प्रसंग सुनाया। इस अवसर पर सैकड़ो छात्राओ व शिक्षिकाएं उपस्थित रही।

फाइलेरिया रोगियों को दिया गया किट, बताया गया देखभाल का तरीका

गाजीपुर। फाइलेरिया एक गंभीर लाइलाज बीमारी है । यह जमीन की ओर लटक रहे जुड़वा अंगों जैसे -महिलाओं के स्तन, महिला पुरुष के हाथ पैर व पुरुषों के अंडकोश में सूजन पैदा कर देती है । प्रभावित अंगों की ठीक से देखभाल न की जाय तो बीमारी अधिक गंभीर हो जाती है । इसके लिए जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो में फाइलेरिया रोगियों को (रुग्णता प्रबंधन व दिव्यांग्ता रोकथाम) एमएमडीपी किट प्रदान कर मरीजों को प्रभावित अंगों की देखभाल के तरीके बताए गए। बाराचवर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर’जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) मनोज कुमार’ ने 10 फाइलेरिया रोगियों को एमएमडीपी किट प्रदान की। इस दौरान डीएमओ और महर्षि विश्वामित्र मेडिकल कॉलेज के सामुदायिक चिकित्सा विभाग की टीम  ने फाइलेरिया प्रभावित अंगों की समुचित देखभाल के प्रति जागरूक किया। इसके साथ ही सदर ब्लॉक के अन्धऊ और बिरनो के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ब्लॉक पर क्रमशः 9 और 24 रोगियों को एमएमडीपी किट प्रदान की गई। इस दौरान टीम  ने रोगियों को फाइलेरिया के लक्षण, जांच, उपचार व परामर्श के बारे में जानकारी दी।

 
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि फाइलेरिया रोग का कोई इलाज नहीं है लेकिन उचित देखभाल से इसे गंभीर होने से रोका जा सकता है। इसके लिए स्वास्थ्य केंद्रों पर एमएमडीपी कैंप आयोजित कर प्रभावित अंगों की देखभाल के लिए मरीजों को कुछ व्यायाम का अभ्यास कराया गया और दी गयी किट के माध्यम से प्रभावित अंगों की साफ सफाई के तरीके सिखाये गए । जिससे प्रभावित अंगों में किसी प्रकार के संक्रमण न हो।
क्या है फाइलेरिया -डीएमओ ने बताया कि फाइलेरिया एक लाइलाज मच्छर जनित रोग है। यह मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। इसे लिम्फोडिमा (हाथी पांव) भी कहा जाता है। यह बीमारी न सिर्फ व्यक्ति को दिव्यांग बना देती है बल्कि इस वजह से मरीज की मानसिक स्थिति पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। यह बीमारी न हो इसके लिए साल में एक बार दो वर्ष से अधिक आयु के लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कराया जाता है। इसके अलावा इस रोग से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग व घर के आस-पास व अंदर साफ-सफाई, इक्कठा हुए पानी को नष्ट कर मच्छरों से बचा जा सकता है । सीएचओ भी निभा रहे अहम भूमिका – मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनील पाण्डेय ने बताया कि फाइलेरिया प्रभावित रोगियों के घर के नजदीक ही एमएमडीपी किट के साथ देखभाल व परामर्श मिलता रहे, इसके लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात सभी सीएचओ को फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में सहयोग करने के निर्देश दिये गए हैं हैं। सीएचओ के माध्यम से स्क्रीनिंग, देखभाल, परामर्श के साथ ही आवश्यक दवाएं प्रदान की जा रही हैं। इसके साथ ही गंभीर रोगियों को टेली कंसल्टेंसी के माध्यम से चिकित्सक/विशेषज्ञ से परामर्श की सुविधा दी जा रही है। इसके अलावा आवश्यक जांच व उपचार के लिए उच्च इकाइयों में रेफर किया जा रहा है।

कार्मिकों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन

गाजीपुर। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत (आर०के० वी०वाई) गुरुवार को जनपदीय/तहसील स्तरीय कार्मिकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र, पी०जी० कालेज में किया गया। उक्त कार्यक्रम में जनपद के जिला कृषि अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी, सहायक निदेशक मृदा परीक्षण/कल्चर, वाराणसी, कृषि विज्ञान केंद्र, के वरिष्ठ वैज्ञानिक गण, मंडल अध्यक्ष क्षेत्रीय भूमि परीक्षण प्रयोगशाला वाराणसी, वस्तु विषय विशेषज्ञ, कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारी/सहायक विकास अधिकारी (कृषि) एवं कृषि सखी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ सहायक निदेशक मृदा परीक्षण/कल्चर, वाराणसी, राजेश कुमार राय द्वारा किया गया। इनके द्वारा क्षेत्रीय कर्मचारियों को मृदा नमूना एकत्रीकरण की विधि एवं मृदा प्रयोगशाला में मिट्टी परीक्षण उपरान्त एस०एच०सी० पोर्टल से बनाए गए मृदा स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर मुख्य एवं सूक्ष्म पोषक तत्वों की उपलब्धता एवं संतुलित उर्वरकों की मात्रा उपयोग करने की जानकारी दी गई। इसी क्रम में जिला कृषि अधिकारी द्वारा मृदा परीक्षण एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड के महत्व को देखते हुए ‘‘स्वस्थ धरा खेत हरा के सिद्धांत पर जैविक/उर्वरक के प्रयोग हेतु किसानों को प्रेरित करने के निर्देश दिए।

भूमि संरक्षण अधिकारी गाजीपुर के द्वारा बताया गया कि जिस मिट्टी का स्वास्थ्य खराब होता है उस मिट्टी का बिना परीक्षण कराए हुए उर्वरक का प्रयोग न करें। श्री सिंह उदय राज, मण्डलीय अध्यक्ष द्वारा एस०एच०सी० के माध्यम से मृदा नमूना एकत्रीकरण किए जाने की विस्तृत जानकारी दी गयी। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ डी०के० सिंह द्वारा पौधों के लिए आवश्यक एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड पर उपलब्ध 12 पोषक तत्वों के विषय में जानकारी दी गई। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ बी०के० सिंह द्वारा उद्यान / सब्जी के फसलों में किस प्रकार उर्वरक का प्रयोग करें के विषय में संक्षिप्त जानकारी दी गयी। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ० शिव कुमार सिंह ने मृदा में फर्टिलिटी कैसे बनाए रखें और खेतों में हरी खाद, गोबर की खाद का प्रयोग करें के संबंध में जानकारी दी गई। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ० ओंकार सिंह ने मिट्टी में जीवाश्म कार्बन की मात्रा बढ़ाने के विषय में जानकारी दी गयी। प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में सहायक निदेशक मृदा परीक्षण / कल्चर वाराणसी द्वारा उपस्थित समस्त अधिकारी, कर्मचारी एवं कृषि सखी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की गई और मंच संचालन का कार्य श्री सिंह उदयराज द्वारा किया गया।

जनप्रतिनिधियों के पत्रों का समयबद्ध निस्तारण करें अफसर:सभापति

गाजीपुर। उ0प्र0 विधान परिषद की नियम पुनरीक्षण समिति की बैठक कार्यकारी सभापति हरिओम पांडेय की सभापतित्व तथा समिति के सदस्यों आशुतोष सिन्हा, धर्मेन्द्र सिंह, डा0 के पी श्रीवास्तव की उपस्थिति में सर्किट हाउस सभागार वाराणसी में गुरुवार को संपन्न हुई। इस दौरान सभी का स्वागत जिलाधिकारी अविनाश कुमार एवं पुलिस अधीक्षक डॉ0 ईरज राजा द्वारा अंगवस्त्रम, पुष्पगुच्छ और ओडीओपी अंतर्गत जूट वाल हैंगिंग भेंट कर किया गया।


बैठक मे हरिओम पाण्डेय ने विगत तीन वर्षों में विधान परिषद के नियम 115, 105, 110 एवं 111 के तहत प्राप्त सूचनाओं, याचिकाओं, विगत तीन वर्षाे में विधान परिषद के अल्प सूचित, तारांकित, अतारांकित प्रश्नों, सदस्यों के प्राप्त पत्रों और उनपर की गयी कृत कार्यवाही आदि के सन्दर्भ में जानकारी प्राप्त की गयी। सभापति ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जनप्रतिनिधियों के पत्रों का समयबद्ध निस्तारण करें, सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाएं और विकास कार्यों में पारदर्शिता सुनिश्चित करें।

समिति ने जनपद मे संचालित सरकार कि विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा करते हुए राजस्व, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग, विद्युत विभाग, खाद्य एवं रसद् विभाग  सहित अन्य विभागों के द्वारा विभिन्न विषयों एवं शासन के विकास पर योजनाओं के कार्य प्रगति की जानकारी ली। गृह विभाग अर्न्तगत पुलिस अधीक्षक डा0 ईरज राजा से अपराधियों की ट्रैकिंग, साइबर सेल की कार्यप्रणाली तथा एआई के दुरुपयोग से बचाव हेतु किए जा रहे प्रयासों आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी ली गई।    

 जिलाधिकारी अविनाश कुमार द्वारा समिति को अवगत कराया कि जनपद गाजीपुर में जनता दर्शन एवं आई0जी0आर0एस0 में आने वाली शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता के तौर पर किया जाता है तथा शिकायतकर्ता का संतुष्टि फिडबैक रिपोर्टर 70 प्रतिशत तक लाया गया है। जिस पर समिति द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गयी। समिति ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारी से जनपद की खराब सड़को की मरम्मत, एवं नये सड़क निर्माण की जानकारी लेते हुए निर्धारित समयान्तर्गत कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया।

जिला पंचायत राज अधिकारी से सफाई कर्मियों की संख्या सहित अन्य विषयों पर जानकारी प्राप्त की और निर्देशित किया कि ग्रामीण क्षेत्रों में औचक निरीक्षण कर सफाई व्यवस्थाओं को जायजा लें । उन्होने कहा ई ओ नगर पालिका एवं डी पी आर ओ से शहरी/ग्रामीण इलाको मे सड़क किनारे झाड़ियो की शत-प्रतिशत कटाई सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।  जनपद गाज़ीपुर की समीक्षा करते हुए सभापति ने संतोष व्यक्त किया और अधिकारियों को और बेहतर प्रदर्शन की सलाह दी। उन्होंने कहा की शासन की नीतियों और योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करना और जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान करना अधिकारीगणो का कर्तव्य है।

उन्होने सभी अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करने को कहा।   अन्त में जिलाधिकारी ने समिति को आश्वस्त कराया कि समिति के द्वारा दिये गये निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जाएगा।  इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 दिनेश कुमार, जिला विकास अधिकारी सुभाष चन्द्र सरोज, परियोजना निदेशक दीनदयाल वर्मा सहित अन्य जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

भारत देश सनातन सभ्यता संस्कृति और वीरो की रही है भूमि:सांसद दर्शना सिंह

गाजीपुर। सरदार बल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर गुरुवार को आयोजित एकता पद यात्रा जमानिया विधानसभा मे हिंदू डिग्री कॉलेज से पद यात्रा प्रारम्भ होकर जमानिया कस्बा पांडेय मोड़ स्थित बजरंग आई टी आई में सभा मे परिवर्तित हो गई। इस दौरान मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद दर्शना सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत देश सनातन सभ्यता संस्कृति और वीरो की भूमि रही है। देश का गौरवशाली इतिहास महापुरुषों की वीरता और संघर्षों से भरा पड़ा है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद अंग्रेजों की कुटनीति,और तुष्टिकरण की राजनीति करने वालों को सरदार वल्लभभाई पटेल ने मुंहतोड़ जबाव दिया और देश की 562 रियासतों को एक सुत्र मे पिरो दिया ।

डा दर्शना सिंह ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वी जयन्ती वर्ष मे आयोजित यह कार्य क्रम लोगों को राष्ट्रीय एकता और समाजिक सद्भभाव को प्रेरणा प्रदान करेगा। सभा को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि अभिनव सिन्हा ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल देश की एकता और अखंडता के लिए लगातार संघर्षशील रहे आज निसंदेह हम कह सकते हैं की भारत का वर्तमान स्वरूप के रचनाकार सरदार वल्लभभाई पटेल है। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व कि सबसे ऊंची प्रतिमा सरदार वल्लभभाई पटेल की बनवाकर उनको सच्ची श्रद्धांजलि दी है।


पूर्व विधायक सुनीता सिंह ने कहा कि महापुरुषों के सम्मान व देश के विकास के लिए भाजपा सरकार लगातार काम कर रही है‌। महापुरुषों के व्यक्तित्व को जन जन तक पहुंचाने में भाजपा कार्यकर्ता समर्पित प्रयास कर रहे हैं। आभार धन्यवाद कार्यक्रम संयोजक विष्णु प्रताप सिंह ने व्यक्त किया। पद यात्रा में शामिल कार्यकर्ता रास्ते भर भारत माता की जय के साथ महापुरुषों और देश के सम्मान में नारे लगा रहे थे।


सभा की शुरुआत वंदेमातरम् और समापन राष्ट्र गान से हुआ।
सभा की अध्यक्षता डा राकेश राय व संचालन सुनील सिंह ने किया।
कार्यक्रम में जमानिया नगर पालिका अध्यक्ष जय प्रकाश गुप्ता, अविनाश जायसवाल , पूर्व जिला अध्यक्ष बृजेंद्र राय,बीके त्रिवेदी, बृजनंदन सिंह,पांचों मंडल अध्यक्ष, पंकज राय,माया सिंह,मीडिया प्रभारी संजीत यादव,अनिल कुमार गुप्ता, शक्ति सिंह आदि विधानसभा के वरिष्ठ कार्यकर्ता जनता उपस्थित रहे।

हस्ताक्षर अभियान में दस हजार लोगों ने दर्ज किया विरोध


जर्जर सड़कों को लेकर चल रहे हस्ताक्षर अभियान में 10000 लोगों ने हस्ताक्षर करके दर्ज कराया विरोध

ग़ाज़ीपुर। प्रमुख समाजसेवी विवेक कुमार सिंह ‘शम्मी’ के नेतृत्व में चल रहे हस्ताक्षर अभियान में 10000 लोगों ने हस्ताक्षर करके अपना विरोध जताया तथा जल्द सड़कों के निर्माण की मांग की।

लोगों ने टाउन हॉल पर चल रहे अभियान के आखिरी दिन कहा कि शहर की ऐसी हालत पहले कभी नहीं थी। लोगों ने कार्यदायी संस्था को इसका जिम्मेदार मानते हुए कार्यवाही की मांग की है। वरिष्ठ नागरिक होने कहा कि संविधान में स्वच्छ रोड, साफ पानी, अच्छा वातावरण हर व्यक्ति का मौलिक अधिकार है, परंतु कार्यदायी संस्थाओं ने पिछले 7 साल में गाजीपुर में रहने वाले नागरिकों को संविधान से प्राप्त मौलिक अधिकारों से भी वंचित रखा है।

अभियान के आखिरी दिन आयोजक शम्मी सिंह ने कहा कि यह अभियान सड़क निर्माण से संबंधित विभागों को जगाने के लिए था, जिसमें प्रमुख रूप से नगर पालिका, जल निगम, पीडब्ल्यूडी, सीवर निर्माण की कार्यदायी संस्था शामिल है। उन्होंने कहा कि यह सभी विभाग पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त हैं तथा कमीशनखोरी के चक्कर में शहर की सड़कों का यह हाल हुआ है। उन्होंने कहा कि संबंधित विभागों के अधिकारियों ने कार्य शुरू करने के लिए एक महीने में कार्य योजना बनाकर काम शुरू करने का आश्वासन दिया है।

अगर एक महीने में कार्य नहीं शुरू हुआ तो सभी लोग अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे। अंत में सभी हस्ताक्षर करने वालों का उन्होंने आभार व्यक्त किया। इस मौके पर अरशद, वसीम, मनीष पांडेय, सूर्यकांत, गुड्डू, शिरीष, शुभम वर्मा, कमलेश कुशवाहा, संतोष कुशवाहा,बिलाल आदि लोग मौजूद रहे।

मनाई गई साहित्यकार डॉ. विवेकी राय की जयंती


गाजीपुर। बुधवार को साहित्यकार डॉ. विवेकी राय की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर जोनल रेलवे ट्रेनिंग सेंटर स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया गया। इस दौरान उपस्थित लोगों ने डॉ. विवेकी राय को आंचलिक चेतना का चिराग बताया। उन्होंने कहा कि विभिन्न विधाओं में लिखित उनकी पांच दर्जन से अधिक कृतियां उनके साहित्यिक योगदान की साक्षी हैं। डॉ. राय का जन्म 19 नवंबर 1924 को बलिया जनपद के भरौली गांव में अपने मामा बचाऊ राय के घर हुआ था। वे बचपन से ही मेधावी थे और उन्होंने स्वाध्याय के बल पर एमए और पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।


उन्होंने अपने गांव सोनवानी, गाजीपुर के नरही, बलिया के खरडीहा होते हुए स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर में हिंदी विभाग में प्राध्यापन किया। उनका लेखन बचपन से ही शुरू हो गया था और जीवन भर अविराम चलता रहा। वे एक समर्थ किसान, समर्पित शिक्षक और ग्रामीण चेतना से जुड़े साहित्यकार थे। डॉ. विवेकी राय को प्रेमचंद और रेणु के बाद आंचलिक चेतना का महत्वपूर्ण हस्ताक्षर माना जाता है। उनका जीवन ग्रामीण उत्थान को समर्पित रहा। भले ही जीवन के उत्तरार्द्ध में वे गाजीपुर शहर चले गए थे, लेकिन उनकी आत्मा गांवों में ही बसती थी। उनके लेखन पर अब तक अनेक शोधार्थियों ने पीएचडी और डी.लिट की डिग्रियां प्राप्त की हैं।


इस दौरान विजय कुमार राय, शिवकुमार, मनीष मिश्रा, मनीष सिंह, अजीत राय, शिवमुनि यादव, चंद्रिका यादव, करुणेंद्र राय, अखिलेश यादव, प्रदीप कुमार राय, कृपा कृष्ण, रजत, संजीव कुमार, आरएन राय, विनीत दुबे समेत कई लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन स्व. विवेकी राय के पौत्र यशवंत राय ने किया।